15 विद्यार्थियों ने महाकाल लोक की 200 मूर्तियों को चित्रकला के माध्यम से उकेरा, बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड
उज्जैन। फागुनी ललित कला केंद्र की डायरेक्टर फाल्गुनी अग्रवाल द्वारा 15 विद्यार्थियों के साथ महाकाल लोक की मूर्तियों का वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। इस वर्ल्ड रिकॉर्ड में महाकाल लोक की 200 मूर्तियों को चित्रकला के माध्यम से उकेरा।
फाल्गुनी अग्रवाल ने बताया कि 11 अक्टूबर को हम महाकाल लोक का अवलोकन करने गए थे। इसी दिन ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने महाकाल लोक का उद्घाटन किया था। 9 नवंबर को फागुनी ललित कला केंद्र ने इस्कान मंदिर में लाइव पेंटिंग के माध्यम से 200 मूर्तियों की पेंटिंग के वर्ल्ड रिकॉर्ड की सूचना सभी को देने का प्रयास किया। 21 नवंबर को फागुनी ललित कला केंद्र में हमने जगह की शुद्धिकरण के लिए सुंदरकांड और दामोदर अष्टकम का आयोजन किया। 200 मूर्तियों को हमने 35 पेंटिंग में चित्रित किया है। महाकाल लोक के 108 स्तंभों को भी हमने उन 35 पेंटिंग में चित्रित किया है।
इन पेंटिंग को पूरा करने में 5 महीने का समय लगा। 10/ 13 के कपड़े पर एक भव्य पेंटिंग बनाई गई है, जिस पर भगवान शिव और पार्वतीजी की शादी का दृश्य चित्रित किया है। जिसमें उनकी हल्दी, मेहंदी, संगीत, मंडप, जैसी सभी रस्मों दिखाया गया है। विद्यार्थियों ने 6 से 8 घंटे का समर्पण इन चित्रों में दिया है।
विद्यार्थियों में रिशा डोडिया, श्रेष्ठी शर्मा, भावार्थ चौबे, आर्या जाट, प्रगति गोस्वामी, राजू पुष्पद, गीता आनंद, कनक अलवानी, आर्यन जगदाले, मुकूल आर्या, प्रणेन्द्र राठौर, हर्षल पचौरी, हर्षिका धाकड़, शीतल मेवाड़ा, तेजसी शर्मा ने नंदी द्वार, कमल कुंड, सप्तऋषि, वीरभद्र, त्रिपुरासुर वध, नवग्रह मंडल, डांसिंग गणेश जी, कार्तिकेय जी, पार्वती जी, यमसंहार, कालभेरव, शिव स्वरूप, चंद्रशेखर महादेव, पशुपतिनाथ, शिव बारात, खंडोबा, रावण आराधना, समुद्र मंथन, मणिभद्र, पंचमुखी हनुमान, दत्तात्रेय अवतार, मोहिनी अवतार, शरभ अवतार, गंगा अवतरण, कपालिका कृष्ण दर्शन, अष्ठ भैरव, हनुमान जी, गणेश जी, शेषनाग पर शिव जी, त्रिमूर्ति (कृष्ण, शिव जी,माताजी), शंकर जी, दुर्गा जी, शिव के अनेक रूप, त्रिमूर्ति (ऐश्वर्यप्रदात्री श्री महालक्ष्मी, विद्या की अधिष्ठार्थी देवी सरस्वती, पराशक्ति रूप भगवती पार्वती) बनाई है।
साभार अमर उजाला