67वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता का हुआ शुभारंभ
पत्रकार विनोद चौहान की रिपोर्ट
खेलों में प्रदेश स्तर की प्रतियोगिताओं में सहभागिता गौरव की बात है। जीत का कोई विकल्प नहीं होता है, इसके लिये पुरजोर मेहनत की आवश्यता होती है। हार के बाद ही जीत की कीमत समझ में आती है। खेल-खेल में भावी जीवन के सफलता के सूत्र मिल जाते हैं जो जीवन को कब और कहां सार्थक कर देते हैं, कहा नहीं जा सकता है। उपरोक्त विचार 67वीं राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता-2023 के शुभारंभ के अवसर पर अतिथि द्वारा व्यक्त किये गये। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक श्री महेन्द्र हार्डिया थे।
कार्यक्रम में विशेष अतिथि एमआईसी सदस्य श्री नंदकिशोर पहाडिया, महापौर प्रतिनिधि एवं पार्षद श्री भरत पारेख, एमपी ओलम्पिक एसोसिएशन के उपाध्यक्ष श्री ओम सोनी, संयुक्त संचालक लोक शिक्षण श्री अरविंद सिंह बघेल एवं श्री राजकुमार तिवारी थे। प्रतियोगिता के संयोजक जिला शिक्षा अधिकारी श्री मंगलेश व्यास ने बताया कि इस पांच दिवसीय राज्य स्तरीय प्रतिस्पर्धा में प्रदेश के 09 संभागों के नेटबॉल, टेबल-टेनिस, सॉफ्टबॉल, टारगेट एवं रग्बी खेलों के कुल 1800 खिलाड़ी भाग ले रहे हैं। स्पर्धा का शुभारंभ अतिथियों द्वारा ध्वजारोहण और खिलाड़ियों को खेल भावना की शपथ दिलवाकर की गई। अतिथियों का स्वागत सहायक संचालक श्रीमती पूजा सक्सेना एवं जिला योजना अधिकारी श्री एम. एस. निगवाल तथा खेल प्रशिक्षक श्री प्रशांत महंत ने किया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती सुनयना शर्मा एवं आभार जिला क्रीड़ा अधिकारी श्री घनश्याम करोले ने माना। कार्यक्रम के उपरान्त टेबल-टेनिस खेल स्पर्धा का शुभारंभ खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्रीमती वंदना शर्मा ने किया। श्रीमती शर्मा ने खिलाड़ियों की आवास व्यवस्था का निरीक्षण किया और व्यवस्था पर संतोष जताया।