7.7 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप के बाद म्यांमार में फिर लगे झटके, 694 लोगों की मौत

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नई दिल्ली. म्यांमार में शुक्रवार को आए 7.7 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप के बाद से रह-रहकर झटके महसूस हो रहे हैं. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (NCS) के अनुसार, शुक्रवार रात 11:56 बजे (स्थानीय समयानुसार) म्यांमार में रिक्टर पैमाने पर 4.2 तीव्रता का एक और भूकंप आया. एनसीएस के अनुसार, नवीनतम भूकंप 10 किलोमीटर की गहराई पर आया था, जिससे इसके बाद झटके आने की आशंका बनी हुई है. 
वहीं अफगानिस्तान में भी शनिवार सुबह 5:16 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए. जमीन से 180 किमी की गहराई में आए भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.7 मापी गई. अभी तक किसी तरह के नुकसान या जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है. यह भूकंप म्यांमार और थाईलैंड में आए शक्तिशाली भूकंप के एक दिन बाद आया है, जिसमें सैकड़ों लोग मारे गए और इमारतें, बौद्ध स्तूप, सड़कें और पुल बुरी तरह नष्ट हो गए.
- म्यांमार और पड़ोसी थाईलैंड में आए क्रमश: 7.7 और 7.2 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप में इमारतें, पुल और बौद्ध मोनेस्ट्री नष्ट हो गए. म्यांमार में कम से कम 144 लोग मारे गए, जहां दो सबसे ज्यादा प्रभावित शहरों से आई तस्वीरों और वीडियो में भारी नुकसान दिखाई पड़ रहा है. थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में कम से कम 10 लोगों की मौत हो गई, जहां एक निर्माणाधीन ऊंची इमारत भूकंप के झटकों से ढह गई. 
भूकंप के कारण हुई मौतों, घायलों और नुकसान का अभी पूरी तरह आकलन नहीं हो पाया है - खास तौर पर म्यांमार में, जो दुनिया के सबसे गरीब देशों में से एक है. यह देश गृहयुद्ध में उलझा हुआ है, और यहां सैन्य शासन होने के कारण सूचना पर कड़ा नियंत्रण है. म्यांमार की सैन्य सरकार के प्रमुख सीनियर जनरल मिन आंग ह्लाइंग ने टेलीविजन पर घोषणा करते हुए कहा, 'मृतकों और घायलों की संख्या बढ़ने की आशंका हैत्र' उन्होंने बताया कि उनके देश में कम से कम 144 लोग मारे गए हैं और 730 अन्य घायल हुए हैं.
थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में अधिकारियों ने बताया कि एक ऊंची इमारत सहित तीन निर्माण स्थलों के ढहने से 10 लोग मारे गए, 16 घायल हुए और 101 लोग लापता हैं. शुक्रवार को दोपहर के समय 7.7 तीव्रता का भूकंप आया, जिसका केंद्र म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले के पास था. इस भूकंप के बाद और झटके भी लगे, जिनमें से एक की तीव्रता रिक्टर स्केल 6.4 मापी गई. मांडले में, भूकंप के कारण कथित तौर पर कई इमारतें ढह गईं, जिनमें शहर के सबसे बड़े मठों में से एक भी शामिल है.
म्यांमार की राजधानी नेपीडॉ की तस्वीरों में बचाव दल को सिविल सेवकों के आवास वाली कई इमारतों के मलबे से पीड़ितों को बाहर निकालते हुए दिखाया गया है. म्यांमार की सरकार ने कहा कि सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में ब्लड की बहुत ज्यादा जरूरत है. ऐसे देश में जहां पिछली सरकारें कभी-कभी विदेशी सहायता स्वीकार करने में धीमी रही हैं, मिन आंग ह्लाइंग ने कहा कि म्यांमार सहायता स्वीकार करने के लिए तैयार है. 
साभार आज तक

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