हादी की मौत के बाद सुलग उठा बांग्लादेश: अखबारों में आगजनी और अवामी लीग के दफ्तरों पर चला बुलडोजर
ढाका। बांग्लादेश के युवा नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद पड़ोसी देश हिंसा की आग में झुलस रहा है। ढाका समेत देश के कई हिस्सों में हिंसक प्रदर्शनों और आगजनी की खबरें सामने आई हैं। सड़कों पर उतरी युवाओं की भीड़ ने बांग्लादेश के दो प्रमुख अखबारों के कार्यालयों को आग लगा दी।
बांग्लादेश में फरवरी 2026 में होने वाले राष्ट्रीय चुनावों से ठीक पहले फैली अशांति से हालात और बिगड़ने की संभावना बढ़ गई है। उस्मान हादी की मौत की खबर फैलते ही हिंसक प्रदर्शनों में प्रदर्शनकारियों ने उनका नाम लेकर भड़काऊ नारे लगाए। हिंसा-आगजनी के बाद से ही कई इलाकों में तनाव बना हुआ है। हिंसा को रोकने के लिए अतिरिक्त पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनात किया गया।
गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश के प्रमुख समाचार पत्रों प्रोथोम आलो और डेली स्टार के कार्यालयों को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान अखबार के कर्मचारी अंदर मौजूद थे। एएफपी ने दमकल अधिकारियों के हवाले से बताया कि डेली स्टार बिल्डिंग में लगी आग पर गुरुवार को सुबह 1:40 बजे (1940 जीएमटी) काबू पा लिया गया।
प्रदर्शनकारियों ने इन दोनों अखबारों पर भारत के साथ सांठ-गांठ करने का आरोप लगाया। गौरतलब है कि बांग्लादेश की निर्वासित प्रधानमंत्री शेख हसीना स्वेच्छा से भारत में ही रह रही हैं। इस बीच यूनुस सरकार ने शरीफ उस्मान हादी के सम्मान में शनिवार को राजकीय शोक दिवस घोषित किया गया है।
बांग्लादेशी मीडिया के हवाले से एएनआई ने बताया कि प्रदर्शनकारियों की ओर से कार्यालयों में आग लगाने के घंटों बाद कर्मचारियों को बचाया गया। एएनआई के मुताबिक आग बुझाने की कोशिश में देरी हुई क्योंकि प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने अखबार के कार्यालयों की ओर जाने वाली सड़क की घेराबंदी कर दी थी। वहीं, ढाका में प्रमुख बंगाली सांस्कृतिक संगठन छायानाट के परिसर में भी तोड़फोड़ और आगजनी की गई। उत्तर-पश्चिमी जिले राजशाही में प्रदर्शनकारियों ने बुलडोजर के जरिये अवामी लीग पार्टी के कार्यालय को ध्वस्त कर दिया।
बांग्लादेश मीडिया आउटलेट बीडी न्यूज की रिपोर्ट के मुचाबिक चटगांव में प्रदर्शनकारियों ने भारतीय सहायक उच्चायोग पर हमला किया और अवामी लीग के पूर्व शिक्षा मंत्री के घर में आग लगा दी। प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने चटगांव में भारतीय सहायक उच्चायोग के बाहर पत्थर फेंके और धरना प्रदर्शन किया।
साभार अमर उजाला

