छत्तीसगढ़ : सुकमा के कारीगुंडम इलाके में  23 साल बाद वोटिंग

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रायपुर। इसकी भी सुनी, उसकी भी सुनी और अब जनता अपना फैसला सुना रही है। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 20 सीटों पर मतदान हो रहा है। कड़ी सुरक्षा के बीच नक्सल प्रभावित बस्तर में सुबह से ही बूथों पर लंबी कतार है। सुकमा में नक्सलियों ने सुबह आईईडी धमाका करके खौफ पैदा करने की कोशिश जरूर की, लेकिन बुलेट पर बैलेट भारी पड़ता दिख रहा है। सुकमा के कारीगुंडम इलाके में 23 साल बाद मतदान हो रहा है। सीआरपीएफ 150 बटालियन और जिला बल के सुरक्षा घेरे में यहां शांतिपूर्वक मतदान हो रहा है।
पहले चरण की 10 सीटों पर सुबह 7 बजे और अन्य 10 सीटों पर सुबह 8 बजे मतदान शुरू हुआ। सुबह 9 बजे तक 9.33 फीसदी मतदान हो चुका था। पहले चरण में 25 महिलाओं सहित 223 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला 40,78,681 मतदाता कर रहे हैं। इनमें 19,93,937 पुरुष, 20,84,675 महिला वोटर्स हैं। 69 थर्ड जेंडर वोटर शामिल हैं। 
मतदान शुरू होने के बाद से ही मतदान केंद्रों पर मतदाताओं की लंबी कतार देखी जा सकती है। मतदान के शुरुआती एक घंटे के भीतर ही कोंडागांव से कांग्रेस प्रत्याशी और मंत्री मोहन मरकाम और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रत्याशी और पूर्व मंत्री लता उसेंडी ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। राज्य की नारायणपुर सीट से भाजपा प्रत्याशी और पूर्व मंत्री केदार कश्यप ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है तथा कोंटा सीट से कांग्रेस के प्रत्याशी और मंत्री कवासी लखमा ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।
नारायणपुर क्षेत्र में भाजपा नेता रतन दुबे के परिजनों ने भी मतदान में हिस्सा लिया। चुनाव प्रचार के दौरान चार नवंबर को नक्सलियों ने दुबे की हत्या कर दी थी। दुबे के पिता ने कहा कि बेटे ने पार्टी के लिए बलिदान दिया है। मतदान केंद्र पर रतन दुबे की पत्नी और पुत्री भी मतदान करने पहुंची। नक्सलियों ने क्षेत्र में चुनाव का बहिष्कार करने की घोषणा की है। अधिकारियों ने बताया कि पहले चरण के मतदान के लिए 5,304 मतदान केंद्र बनाए गए हैं तथा 25,249 मतदान कर्मियों को तैनात किया गया है।
साभार लाइव हिन्दुस्तान

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