धोबी घाट पर मोहर्रम मेले की अनुमति से उपजा विवाद, हिंदूवादी संगठनों का प्रदर्शन
हनुमान चौक को बताया 'क़र्बला मैदान', जमीन आवंटन और शुल्क को लेकर उठे सवाल
राजेश धाकड़
इंदौर। हनुमान चौक, धोबी घाट क्षेत्र में आगामी मोहर्रम मेले (6, 7, 8 जुलाई) के लिए नगर निगम द्वारा दी गई अनुमति पर विवाद गहरा गया है। हिंदूवादी संगठनों और 'हनुमान चौक धोबी घाट रक्षा समिति' ने इस निर्णय का विरोध करते हुए सोमवार को क्षेत्र में जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि नगर निगम ने धार्मिक और भावनात्मक रूप से संवेदनशील स्थल को 'क़र्बला मैदान' दर्शाते हुए मेले की अनुमति दी है, जो अस्वीकार्य है।
प्रदर्शन के दौरान सैकड़ों की संख्या में हिंदूवादी कार्यकर्ता हनुमान चौक पहुंचे और नगर निगम प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए हनुमान मंदिर में सामूहिक आरती की। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे हिंदूवादी नेता सुमित हार्डिया ने कहा:
तीन एकड़ बेशकीमती सरकारी जमीन पर तीन दिन का मेला लगाने के लिए सिर्फ एक लाख रुपए में अनुमति देना — जिसमें ₹85,000 आयोजन शुल्क और ₹15,000 जीएसटी शामिल है — पूरी तरह पक्षपातपूर्ण और अनुचित है।"
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि मेले की अनुमति पत्र में स्थल को 'क़र्बला मैदान' लिखना न सिर्फ तथ्यों से परे है, बल्कि क्षेत्र की धार्मिक पहचान के साथ छेड़छाड़ है।
3 दिन के मेले के लिए मात्र ₹1 लाख शुल्क में दी गई अनुमति
अनुमति पत्र में स्थल का नाम 'क़र्बला मैदान' दर्शाना
धार्मिक स्थल की अनदेखी और हनुमान चौक की अवमानना
नगर निगम की भूमिका पर हिंदूवादी संगठनों का सवाल
प्रदर्शन के बाद हिंदूवादी नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि अनुमति को तत्काल निरस्त नहीं किया गया, तो अगला कदम नगर निगम का घेराव होगा।

