ऑनलाइन पढ़ाई, गेम खेलने या डिजिटल काम के दौरान भी सावधानियों से न रहे बेखबर, क्योंकि साइबर क्रिमिनल्स हमारी हर गतिविधियों पर रख रहे है नजर
- Resonance Coaching institute और shri Ayyappa public higher secondary school में भी लगी, इंदौर पुलिस की साइबर पाठशाला।
- कैसे होते हैं साइबर अपराध और कैसे इनसे बचा जाए, स्टूडेंट्स ने सीखी यह बारीकियां।
इंदौर- वर्तमान में बढ़ते साइबर अपराधों पर अंकुश लगाने के लिये, इसके प्रति लोगों में जागरूकता लाने के उद्देश्य से, पुलिस आयुक्त नगरीय इंदौर श्री संतोष कुमार सिंह के दिशा निर्देशन में, इंदौर पुलिस द्वारा लगातार विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। इसी अनुक्रम में अति. पुलिस उपायुक्त क्राइम इंदौर, पुलिस टीम के साथ आज दिनांक 06-12-24 को दो स्थानों 1. Resonance Coaching और 2. श्री अय्यपा पब्लिक हायर सेकंडरी स्कूल इंदौर में पहुंचकर वहां के स्टूडेंटस को साइबर अपराधों के प्रति जागरूक किया।
सायबर अवेयरनेस के तहत Resonance Coaching इंदौर में आयोजित कार्यक्रम में एडीशनल डीसीपी क्राइम श्री राजेश दंडोतिया ने, अपनी 338 वीं कार्यशाला में Resonance Coaching के करीब 150 स्टूडेंट्स एवं अपनी 339 वी कार्यशाला का आयोजन श्री अय्यपा पब्लिक हायर सेकंडरी स्कूल इंदौर मे किया जिसमे 250 स्टूडेंट्स को वर्तमान समय के साइबर अपराधों के प्रकारों और इनसे बचने के तरीकों को बताते हुए, पुलिस के पास आने वाली साइबर अपराधों की केस स्टडी के माध्यम से विभिन्न प्रकार के ऑनलाइन फ्रॉड, फाइनेंशियल फ्रॉड तथा सोशल मीडिया आदि द्वारा किए जाने वाले क्राइम के बारे में जानकारी देते हुए साइबर अपराध होने पर हेल्पलाइन-1930, cybercime.gov.in तथा इंदौर पुलिस की साइबर हेल्पलाइन 7049124445 आदि पर किस प्रकार शिकायत करें तथा पुलिस इन पर किस प्रकार कार्यवाही करती है और साइबर अपराधों से बचने के लिए किन बातों का ध्यान रखें आदि के संबंध में व्यवहारिक ज्ञान दिया।
उन्होंने सभी से स्टूडेंट्स से कहा कि, इस दिन प्रतिदिन बदलती नई-नई टेक्नोलॉजी से हम रोज परिचित हो रहे है। ये वर्चुअल दुनिया हमें जितनी आकर्षक लगती है उतनी खतरनाक भी है। यहां की हमारी हर गतिविधि पर इन साइबर क्रिमिनल्स की नजर है। और आजकल तो हम अपना लगभग सारा काम ही ऑनलाइन कर रहे हैं पढ़ाई , घर के काम, शॉपिंग, बैंकिंग आदि ऑनलाइन तरीकों से ही कर रहे है। तथा आप लोग तो नए नए गेम और तकनीकों का भी उपयोग कर रहे हैं इसलिए और ज्यादा सतर्क रहना जरूरी है।
अंतः हम पूर्ण सतर्कता और सावधानी के साथ डिजिटल काम, फाइनेंसियल कार्य, ऑनलाइन गेम तथा सोशल मीडिया का उपयोग करें और अपनी निजी जानकारी किसी से भी शेयर न करें।
इंदौर पुलिस के साइबर अपराधों के प्रति लोगों को जागरूक करने के इस अभियान के तहत, कोई स्कूल/कॉलेज, संस्थान, इकाई कॉलोनी आदि में भी साइबर अवेयरनेस की कार्यशाला आयोजित करना चाहता है या कोई जानकारी चाहता है तो वह इंदौर पुलिस के नंबर 7049108197 पर संपर्क कर सकता है।