पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने स्वीकारी हार, बोले- हम हमारे जीते और हारे दोनों प्रत्याशियों के करेंगे चर्चा
भोपाल। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने अपनी हार स्वीकार कर ली है। विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि हम जनता का निर्णय स्वीकार करते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और मध्य प्रदेश के चुनाव प्रभारी रणदीप सुरजेवाला भी इस मौके पर उनके साथ मौजूद रहे। कमलनाथ ने आगे कहा कि विरोधी दल के नाते हमारी जो जिम्मेदारी है। उस पर हम डटे रहेंगे। हम भारतीय जनता पार्टी को बधाई देते हैं। हमें उम्मीद है कि भाजपा जनता के विश्वास को जिम्मेदारी से निभाएगी। कोई विश्वासघात नहीं करेगी। पीसीसी चीफ ने कहा कि हम हमारी हार पर चिंतन करेंगे कि आखिर हमसे कहां चूक हो गई और हम जनता का विश्वास क्यों नहीं जीत पाए। उन्होंने कहा कि इसके लिए हम हमारे जीते और हारे दोनों प्रत्याशियों के साथ बैठक कर चर्चा करेंगे।
इधर कमलनाथ के प्रदेश अध्यक्ष बने रहने पर फिलहाल संशय बना हुआ है। इसका निर्णय आगे होगा कि वे अध्यक्ष पद पर कायम रहेंगे या इस पद से इस्तीफा देंगे। अभी उन्होंने विपक्ष में रहकर जनता की लड़ाई लड़ना तय किया है।
प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और रणदीप सुरजेवाला तीनों ही सुबह से कांग्रेस कार्यालय में बने वॉर रूम में मोर्चा संभाले हुए थे। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय के इस वॉर रूम से ही 230 विधानसभा सीटों पर चल रही काउंटिंग पर अपनी नजर बनाए हुए थे। राज्यसभा सांसद विवेक तंखा भी अपनी लीगल टीम के साथ यहां मौजूद थे। भाजपा शुरुआत से ही कांग्रेस से आगे चल रही थी। कांग्रेस को एक समय तक वापसी की उम्मीद थी, लेकिन करीब चार बजे कांग्रेस को अपनी हार स्पष्ट नजर आ गई। इसके बाद कमलनाथ ने पांच बजे प्रेसवार्ता कर हार स्वीकार ली।
साभार अमर उजाला