मदनलाल मंडलोई का भव्य सेवानिवृत्ति समारोह: 42 वर्षों का स्वर्णिम योगदान पूर्ण
राजेश धाकड़
इंदौर ग्राम पीपलदा, मध्यप्रदेश शिक्षा विभाग के वरिष्ठ और समर्पित शिक्षाविद् मदनलाल जी मंडलोई के 42 वर्षों, 4 माह और 8 दिनों के निष्ठापूर्ण सेवाकाल का समापन एक भव्य सेवानिवृत्ति समारोह के साथ ग्राम पीपलदा में संपन्न हुआ।
यह ऐतिहासिक समारोह, न केवल उनके शिक्षकीय जीवन की गरिमा का उत्सव बना, बल्कि पूरे ग्राम के लिए गर्व और प्रेरणा का क्षण रहा।
शिक्षा यात्रा की शुरुआत
श्री मंडलोई ने 21 फरवरी 1983 को शिक्षा विभाग में अपने सेवाकाल की शुरुआत की थी। चार दशकों से अधिक लंबे इस कालखंड में उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में अनुकरणीय योगदान दिया। उनकी सेवा सदैव निष्कलंक, अनुशासित और कर्तव्यनिष्ठ रही। उनकी इसी समर्पण भावना के लिए वर्ष 2024 में उन्हें जिले के कलेक्टर द्वारा विशेष रूप से सम्मानित भी किया गया था।
समारोह की झलकियाँ
सेवानिवृत्ति समारोह की शुरुआत डीजे और ढोल-नगाड़ों के साथ ग्राम भ्रमण से हुई, जिसने समूचे गाँव को उत्सव के रंग में रंग दिया। कार्यक्रम में सांस्कृतिक प्रस्तुतियों, सामूहिक स्वागत और अभिनंदन पत्रों के माध्यम से ग्रामवासियों और सहकर्मियों ने मंडलोई के प्रति अपनी श्रद्धा और सम्मान व्यक्त किया।

उल्लेखनीय उपस्थिति
इस गरिमामय अवसर पर अनेक गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति ने आयोजन को और भी विशेष बना दिया।
मुख्य अतिथि: राऊ विधायक मधु वर्मा
विशिष्ट अतिथि: पूर्व विधायक जीतू जिराती, भाजपा जिला अध्यक्ष श्रवण सिंह चावड़ा, प्रदेश किसान मोर्चा मंत्री रवि रावलिया, जिला पंचायत अध्यक्ष मती रीना सतीश मालवीय, किसान मोर्चा जिला अध्यक्ष घनश्याम पाटीदार, पूर्व जिला अध्यक्ष घनश्याम नारोलिया, मंडल अध्यक्ष मुरली व्यास, धर्मेन्द्र वर्मा, सरपंच किशन मंडलोई सहित अनेक जनप्रतिनिधियों व सामाजिक कार्यकर्ताओं की सहभागिता रही।
समापन में भावुक क्षण
समारोह के अंत में श्री मंडलोई ने सभी ग्रामवासियों, सहकर्मियों और अपने परिजनों के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि "मेरे जीवन की सबसे बड़ी पूंजी समाज का यह स्नेह और विश्वास है।"
इस समारोह ने यह सिद्ध कर दिया कि जब कोई व्यक्ति निष्ठा, सेवा और समर्पण के साथ अपने कर्तव्यों का निर्वहन करता है, तो समाज उसे सदा-सदा के लिए सम्मानित करता है।

