महाराष्ट्र, कर्नाटक समेत मध्य-दक्षिण भारत में भारी बारिश, कई जगह जलभराव
नई दिल्ली। महाराष्ट्र, कर्नाटक समेत मध्य और दक्षिण भारत के विभिन्न हिस्सों में मूसलाधार बारिश से जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। जगह-जगह जलभराव से यातायात बाधित हुआ है। महाराष्ट्र में वर्षा जनित हादसों में आठ लोगों की मौत हो गई है, जबकि 10 लोग घायल हुए हैं। लंबे इंतजार के बाद दिल्ली-एनसीआर में रविवार तड़के आंधी-तूफान के साथ बारिश हुई, जिससे लोगों को तपती गर्मी से कुछ राहत मिली। हालांकि, कुछ इलाकों में बारिश के बाद बिजली आपूर्ति बाधित होने से लोगों को परेशानियां भी उठानी पड़ीं। वहीं, पश्चिमी, पूर्वी और उत्तरी राजस्थान और पूर्वी उत्तर प्रदेश में अलग-अलग स्थानों पर लू का प्रकोप बना रहा।
मुंबई में अधिकारियों ने बताया कि मुंबई, सिंधुदुर्ग, धुले, नासिक, संभाजीनगर, नंदुरबार और अमरावती जिलों में बिजली गिरने से आठ मौतें हुई हैं और 10 लोग घायल हुए हैं। रत्नागिरी, रायगढ़, पालघर, ठाणे, पुणे के घाट क्षेत्र और सतारा व कोल्हापुर में भारी बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने पहले ही रत्नागिरी और रायगढ़ जिले के लिए बारिश को लेकर रेड अलर्ट जारी किया था। पूर्वानुमानों के मद्देनजर एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों को बारिश से प्रभावित होने वाले इलाकों में पहले ही तैनात कर दिया गया था। कोंकण और गोवा में भी भारी बारिश हुई है। बारिश के कारण समुद्र में साढ़े चार मीटर से ऊंची लहरें उठीं।
उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में जंगलचट्टी के पास केदारनाथ मार्ग पर भूस्खलन के चलते एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो लोग घायल हो गए हैं। इस घटना के बाद प्रशासन ने सोनप्रयाग से आगे यात्रा को अगले आदेश तक निलंबित कर दिया है। पुलिस ने बताया कि भूस्खलन लगातार भारी बारिश के कारण हुआ, जिसके कारण भारी मात्रा में मलबा और पत्थर ट्रैकिंग मार्ग पर गिर गए, जिससे केदारनाथ धाम तक जाने वाला पैदल मार्ग अवरुद्ध हो गया और क्षतिग्रस्त हो गया। पुलिस ने केदारनाथ धाम जाने वाले सभी श्रद्धालुओं से निकटवर्ती होटलों और सुरक्षित स्थानों पर रुकने का आग्रह किया है। मौसम विभाग ने इस पूरे हफ्ते बारिश को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है।
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अनुसार, दिल्ली-एनसीआर में रविवार सुबह 2:30 बजे से 4:30 बजे के बीच आंधी के साथ बारिश दर्ज की गई। सफदरजंग में 33.5 मिमी, लोधी रोड में 32 मिमी और पूसा में 27.5 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। पालम हवाई अड्डे पर सुबह 4:30 बजे हवा की गति 56 किमी प्रति घंटे तक पहुंच गई, जिससे दृश्यता 2 बजे 4,000 मीटर से घटकर 3 बजे 1,500 मीटर रह गई। कई क्षेत्रों में 80-100 किमी प्रति घंटे की गति से हवाएं चलीं। न्यूनतम तापमान 29.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया और आर्द्रता 68 फीसदी रही। बारिश से प्रदूषण के स्तर में भी सुधार हुआ और सुबह नौ बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक 142 दर्ज किया गया, जो मध्यम श्रेणी में आता है।
अमर उजाला