राजमार्ग परियोजनाएं बनाएंगी मध्यप्रदेश को इंडस्ट्रियल और एग्रीकल्चर हब : केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी
भोपाल। लोकसभा चुनाव से पहले केंद्र सरकार ने प्रदेश को सड़क मार्ग को बेहतर बनाने बड़ी सौगातें दी। केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में आयोजित कार्यक्रम में 499 किलोमीटर लंबाई की 15 राष्ट्रीय राजमार्ग सड़क परियोजनाओं का शिलान्यास किया। इनकी लागत 8038 करोड़ रुपए है। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश में सड़क परियोजनाओं से प्रदेश को इंडस्ट्रियल और एग्रीकल्चर हब बनाने में मदद मिलेगी। मध्य प्रदेश में सड़क नेटवर्क बेहतर बनाने के लिए नए कार्य प्रारंभ किये जा रहे हैं। इस वर्ष के अंत तक अनेक कार्य पूर्ण होंगे। मध्य प्रदेश में सड़कों के निर्माण से निवेश आएगा, निर्यात भी बढ़ेगा। रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे और निर्धनता को दूर करने में मदद मिलेगी। स्थानों की दूरियां होंगी कम, सड़कें विकास की संभावनाओं को साकार करती हैं
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश की तस्वीर बदल रही है। पहले एमपी के लोग नागपुर से छिंदवाड़ा की तरफ जाते थे तो नींद लग जाती थी, जब गड्ढों के कारण नींद खुल जाती थी तो पता चलता था कि एमपी आ गया। इस स्थिति में आज सुधार हुआ हैं। उन्होंने कहा कि 2024 के समाप्त होने तक मध्य प्रदेश का रोड नेटवर्क अमेरिका के समान होने जा रहा है। यह मैं यकील दिला रहा हूं। गडकरी ने बताया कि उज्जैन में रेलवे स्टेशन से बाबा महाकाल मंदिर तक रोप-वे के संचालन का प्रकल्प महत्वपूर्ण है। आगामी महीने में 171 करोड़ रुपए के इस प्रकल्प के लिए निविदा की कार्यवाही करने की तैयारी है। उज्जैन से कोटा की दूरी सिर्फ ढाई घंटे में पूरी की जा सकेगी।
उन्होंने बताया कि महत्वपूर्ण कार्यों में उज्जैन से गरोठ 136 किलोमीटर की फोर लेन भी शामिल है। इंदौर से ओंकारेश्वर की दूरी एक घंटे में तय हो जाएगी। वर्ष 2025 तक अनेक कार्य पूरे होंगे। जिसमें इंदौर-हैदराबाद कॉरिडोर भी शामिल है। कई ग्रीन एक्सप्रेस हाईवे भी बन रहे हैं। मध्यप्रदेश के 27 सड़क निर्माण प्रस्तावों को शीघ्र स्वीकृति दी जा रही है। भोपाल झीलों का शहर है। झील पर रोप-वे और केबल कार के मध्यप्रदेश सरकार के प्रस्तावों को शीघ्र स्वीकृति दी जाएगी। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश के सभी एक्सप्रेसवे कंप्लीट करके देंगे, जिसके बाद प्रदेश के औद्योगिक विकास की गति बढ़ेंगी।
एमपी में 27 रोपवे बनाने के प्रस्ताव पर कर रहे काम
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जो जो नए रिंगरोड बन रहे है और उसके पास की जमीन हमें मिलेगी तो हम अपने खर्च पर वहां क्लस्टर डेवलप करेंगे। उन्होंने कहा कि इसको लेकर मुख्यमंत्री से प्रस्ताव भी मांगे है। गडकरी ने कहा कि मालवा का आटा, पास्ता की अरब देशों में बहुत मांग है। उन्होंने कहा कि एमपी में 27 रोपवे बनाने के प्रस्ताव पर काम कर रहे हैं। खजुराहो, ओंकारेंश्वर, सागर समेत कई जगहों पर रोपवे की स्टडी कर रहे हैं।
चंबल संभाग में बढ़ेंगे रोजगार के अवसर
केंद्रीय मंत्री ने बताया कि 50 हजार करोड़ के ग्रीन एक्सप्रेस वे का काम चालू हैं। इसके पूरे होने पर 12 घंटे में मुंबई से दिल्ली सड़क मार्ग से पहुंच सकेंगे। इस साल अंत तक इस मार्ग का काम पूरा कर लेंगे। 6 घंटे में एमपी से मुंबई का सफर पूरा होगा। ग्वालियर से दिल्ली चार घंटे में जा सकेंगे। गुड़गांव की पूरी इवेंस्टमेंट चंबल की तरफ आएगी। दिल्ली से काफी उद्योग आएंगे। इससे चंबल संभाग में लोगों को रोजगार के अवसर बढ़ेंगे।
तीन लाख करोड़ के प्रोजेक्ट पूरे होंगे
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 2024 अंत तक तीन लाख करोड़ के प्रोजेक्ट पूरे होंगे। उन्होंने कहा कि अटल एक्सप्रेस को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज जी के साथ एलाइनमेंट की थी, लेकिन पर्यावरण स्वीकृति के साथ अड़चने आई थी। उन्होंने मुख्यमंत्री से केंद्र सरकार से अड़चने दूर करने की अपील की। उन्होंने कहा कि अभी भोपाल से कानपुर आने में 15 घंटे लगते हैं। नए हाइवे के बाद सिर्फ 7 घंटे में आ पाएंगे। सागर से कानपुर का नया कारिडोर 8 हजार करोड़ का बन रहा है। सभी हाईवे के द्वारा लॉजिस्टिक, इंडस्ट्री हब बनेगा और विकास होगा।
आज का दिन मध्यप्रदेश के लिए ऐतिहासिक है
केन्द्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित करते हुए कहा कि आज का दिन मध्यप्रदेश के लिए ऐतिहासिक है। आज जिन कार्यों का शिलान्यास हुआ है, वे पूरे प्रदेश के लिए उपयोगी हैं। केंद्रीय मंत्री गडकरी ने सड़कों की लम्बाई के विस्तार के साथ ही कार्यों की गुणवत्ता भी सुनिश्चित की है। मध्यप्रदेश में सड़कों के विस्तार के साथ ही सिंचाई और ऊर्जा क्षेत्र में भी प्रगति हो रही है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में गत डेढ़ माह में सभी क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कार्य हुआ है। सिंधिया ने आशा जताई कि मध्यप्रदेश तेज गति से विकास करेगा।
2047 में विकसित भारत के रूप में दिखाई देगा
विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने कार्यक्रम को वर्चुअली संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सड़कों से देश के चारों कोनों को जोड़ने का कार्य हो रहा है। भारत, वर्ष 2047 में विकसित भारत के रूप में दिखाई देगा।
एक दिन में 10 हजार करोड़ की सौगात छोटी बात नहीं
वहीं मुख्यमंत्री मोहन यादव ने जनता को संबोधित करते हुए कहा 1 दिन में 10 हजार करोड़ की सौगात देना कोई छोटी बात नहीं है। 17 जिलों के अंदर अलग-अलग सौगातें दी गई है। इससे पूरा प्रदेश लाभांवित होगा। यदि राजमार्ग बनते हैं तो उद्योग की गतिविधियां तेज होती है। सीएम ने कहा कि पूर्व सीएम शिवराज जी के समय आगे बढ़ा था। अब हमें और तेजी से आगे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री गड़करी से कहा कि आप जो भी कहेंगे उसके लिए मध्य प्रदेश सरकार पूरा सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री के नेतृत्व में इलेक्ट्रीक वाहन जैसे भविष्य की तकनीक का भी भारत में विकास हो रहा है। भोपाल की बड़ी झील से केबल कार और रोप-वे के संचालन पर विचार हो रहा है।
इन परियोजनाओं का शिलान्यास हुआ
- NH- 46 के 1239 करोड़ लागत के 17 किमी लंबे अयोध्या बायपास खण्ड का छ:-लेन चौड़ीकरण
- NH-146 बी के 805 करोड़ की लागत के 28 किमी लंबाई के बुधनी से शाहगंज खण्ड का चार लेन चौड़ीकरण, - एन.एच.-146 बी के 784 करोड़ लागत के 40 किमी लंबे शाहगंज से बाड़ी खण्ड का चार-लेन चौड़ीकरण
- NH-552 (विस्तारित) 493 करोड़ लागत की 27 किमी लंबी मुरैना, अम्बाह एवं पोरसा बायपास का दो लेन (पेव्ड शोल्डर के साथ) सड़क निर्माण
- NH-552 (विस्तारित) के 483 करोड़ लागत से 48 किमी लंबाई के मध्यप्रदेश/राजस्थान सीमा से श्योपुर-गोरस का दो-लेन (पेव्ड शोल्डर के साथ) सड़क निर्माण, एन.एच. 752 बी का 120 करोड़ की लागत से 6 किमी लंबाई के ब्यावरा बायपास का दो लेन (पेव्ड शोल्डर के साथ) सड़क निर्माण
- NH-752 सी पर 214 करोड़ की लागत से 11 किमी लंबे शुजालपुर बायपास का दो-लेन (पेव्ड शोल्डर के साथ) सड़क निर्माण
- NH- 347 सी पर 468 करोड़ लागत से 32 किमी लंबे कसरावद, सेलानी, खरगौन एवं बिस्टान बायपास का दो लेन (पेव्ड शोल्डर के साथ) सड़क निर्माण
- NH-552 (विस्तारित) पर 348 करोड़ की लागत से 22 किमी लंबाई के अटेर एवं भिण्ड बायपास का दो-लेन (पेव्ड शोल्डर के साथ) सड़क निर्माण
- NH-347 सी पर 461 करोड़ की लागत से 56 किमी लंबाई के सरवरदेवला से पाल (म.प्र./महाराष्ट्र सीमा) खण्ड का दो लेन (पेव्ड शोल्डर के साथ) सड़क निर्माण
- NH-552 (विस्तारित) के 417 करोड़ की लागत से 63 किमी लंबे गोरस से श्यामपुर मार्ग का दो-लेन (पेव्ड शोल्डर के साथ) सड़क निर्माण
- NH (विस्तारित) के 1080 करोड़ लागत से 55 किमी लंबाई के श्यामपुर से सबलगढ़ मार्ग का दो लेन (पेव्ड शोल्डर के साथ) सड़क निर्माण
- NH-56 के 371 करोड़ की लागत से 28 किमी लंबे दाहोद (गुजरात सीमा) से अम्बुआ खण्ड का दो-लेन (पेव्ड शोल्डर के साथ) सड़क निर्माण
- NH- 346 पर 426 करोड़ की लागत से 42 किमी लंबाई के पिछोर से दिनारा मार्ग का दो लेन (पेव्ड शोल्डर के साथ) सड़क निर्माण
- NH-347 ए के 329 करोड़ की लागत से 24 किमी लम्बाई के मुलताई से मध्यप्रदेश/महाराष्ट्र सीमा तक का दो-लेन (पेव्ड शोल्डर के साथ) सड़क निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया गया।
साभार अमर उजाला