देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में दिवाली के अगले दिन 400 पार AQI
देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में दीपावली के अगले दिन शुक्रवार को वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ने 400 का स्तर लांघ दिया जो बताता है कि हवा की गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में पहुंच गई है। राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक शहर के छोटी ग्वालटोली क्षेत्र में शुक्रवार को दोपहर 12 बजे एक्यूआई 404 आंका गया, जबकि प्रमुख प्रदूषक तत्व पीएम 2.5 औसतन 255.26 दर्ज किया गया। इस वक्त शहर में पीएम 10 का औसत स्तर 318.08 रहा।
छोटी ग्वालटोली, शहर का घनी बसाहट वाला इलाका है जहां बड़ी तादाद में वाहनों की आवा-जाही भी होती है। पर्यावरण मामलों के जानकार और राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पूर्व अधिकारी डॉ. दिलीप वाघेला ने 'पीटीआई-भाषा' को बताया, 'शहर में बृहस्पतिवार सुबह से दीपावली की जोरदार आतिशबाजी शुरू हुई जो देर रात तक जारी रही। कई इलाकों में शुक्रवार को भी जमकर पटाखे चलाए गए। शहर में हवा की गुणवत्ता के गंभीर श्रेणी में पहुंच जाने का प्रमुख कारण यही है।'
मौसम विभाग के मुताबिक, शुक्रवार को सुबह 08:30 बजे शहर में हवा की गति शून्य किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई। वाघेला ने बताया कि शांत हवाओं के कारण प्रदूषक तत्व यहां-वहां बिखर नहीं सके और एक ही स्थान पर जम गए जिससे शहर में हवा की गुणवत्ता और खराब हो गई। वायु गुणवत्ता में सुधार के लिए काम करने वाले वैश्विक गठजोड़ 'क्लीन एयर कैटलिस्ट' के एक अध्ययन के मुताबिक, आम दिनों में शहर में हवा की गुणवत्ता बिगाड़ने में वाहनों के प्रदूषण और सड़क पर उड़ने वाली धूल की सर्वाधिक 70 फीसद हिस्सेदारी रहती है।
वहीं दिल्ली की बात करें तो शुक्रवार को शहर के आसमान में धुंध की मोटी परत छाई रही और वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) ‘बहुत खराब’ श्रेणी में 362 दर्ज किया गया। दिवाली के दौरान लोगों ने राष्ट्रीय राजधानी में पटाखों पर लगे प्रतिबंध का जमकर उल्लंघन किया। दिल्ली में पिछले तीन वर्षों में सबसे प्रदूषित दिवाली भी इस साल दर्ज की गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, गुरुवार को दिवाली पर दिल्ली का 24 घंटे का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 330 दर्ज किया गया, जबकि 2023 में यह 218 और 2022 में 312 था।
साभार लाइव हिन्दुस्तान