वनडे में धाक जमाने उतरेगा भारत: रोहित-कोहली पर निगाहें, घर में 10 साल से नहीं हारने का रिकॉर्ड दांव पर

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रांची। क्रिकेट में हर गेंद और हर प्रारूप के हिसाब से रणनीतियां बनती और बदलती हैं। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 25 साल बाद अपने घर में टेस्ट सीरीज गंवाने वाली भारतीय टीम नए प्रारूप और नई सीरीज में रविवार को जब पहला वनडे मुकाबला खेलने उतरेगी, तो उसका लक्ष्य पुरानी कमियों को दूर कर आगे बढ़ने का रहेगा। तीन वनडे मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले से ही जितना ध्यान टीम के जीतने पर होगा, उतना ही दिग्गज रोहित शर्मा और विराट कोहली के प्रदर्शन के आकलन पर भी रहेगा। 
टी20 और टेस्ट से संन्यास ले चुके ये दोनों खिलाड़ी ठीक दो साल बाद अक्तूबर-नवंबर, 2027 में होने वाले वनडे विश्वकप के लिए अपनी उपयोगिता साबित करने के साथ ही टीम का मनोबल बढ़ाने का काम करेंगे। फिलहाल आगामी विश्वकप को ध्यान में रखने के बजाय वनडे में नंबर-एक भारतीय टीम अपनी धाक जमाने के साथ ही छठे नंबर की टीम दक्षिण अफ्रीका से 10 साल से घर में वनडे सीरीज न हारने के रिकॉर्ड को कायम रखना चाहेगी।
टीम संयोजन की मगजमारी रहेगी। गिल की जगह यशस्वी के रोहित के साथ पारी की शुरुआत करने की उम्मीद है। तीसरे नंबर पर विराट आएंगे। चौथे पर श्रेयस की जगह तिलक, ऋतुराज या ऋषभ में से एक को मौका मिल सकता है। पांचवें नंबर पर राहुल खुद आ सकते कते हैं। छठे सातवें नंबर सुंदर और जडेजा, तो इसके बाद नीतीश, हर्षित, अर्शदीप और प्रसिद्ध को अंतिम एकादश में शामिल किए जाने के आसार हैं। यदि कुलदीप यादव को टीम में जगह मिलती है, तब नीतिश या वाशिंगटन में से किसी एक को हटाना पड़ेगा।
दक्षिण अफ्रीका ने 2015 में अंतिम बार भारत में पांच मैचों की वनडे सीरीज 3-2 से जीती थी। वहीं तीन-तीन मैचों की पिछली दो सीरीज भारत ने 2-1, 2-1 से जीतीं, जिनमें एक 2022 में भारत में और एक 2023 में दक्षिण अफ्रीका की धरती पर। मेहमान टीम के पास कैगिसो रबादा और एनरिच नोर्त्जे नहीं हैं, लेकिन तेम्बा बावुमा की अगुआई में मेहमान टीम के पास ऑलराउंडर मार्को यानसेन, लुंगी एनगिडी, केशव महाराज कड़ी चुनौती पेश करेंगे। बल्लेबाजी में एडन मार्करम, क्विंटन डिकॉक, बावुमा, मैथ्यू ब्रीत्जके, डेवाल्ड ब्रेविस और रूबिन हर्मन टीम को मजबूती प्रदान करते हैं।
रांची के जेएससीए स्टेडियम में विराट कोहली का बल्ला खूब चलता है। उन्होंने यहां खेले पांच वनडे मुकाबलों में दो शतक और एक अर्धशतक की मदद से 384 रन बनाए हैं, जिसमें 139 रन की नाबाद पारी भी शामिल है। इसी स्टेडियम से रोहित शर्मा ने 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेनतीजा रहे मुकाबले से वनडे में नियमित ओपनर के रूप में शुरुआत की थी। इस स्टेडियम में भारत ने छह वनडे खेले हैं, जिनमें उसे तीन में जीत मिली है, तो दो में हार और एक बेनतीजा रहा है। भारत ने नौ अक्तूबर 2022 को इस स्टेडियम में अपना अंतिम वनडे मैच दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ ही खेला था, जिसमें सात विकेट से जीत दर्ज की थी।
रांची में 270 से 280 का स्कोर प्रतिस्पर्धी माना जाता है। यहां एक बार ही 300 पार का स्कोर बना है। पिच आम तौर पर धीमी रहती है। पिछले वनडे में यहां वाशिंगटन सुंदर ने भारत के लिए गेंदबाजी की शुरुआत थी। मौसम क्रिकेट खेलने के लिहाज से अनुकूल रहने की उम्मीद है, लेकिन काफी कुछ ओस पर निर्भर करेगा। यह सीरीज कोच गौतम गंभीर के लिए अहम होगी। टेस्ट में हार के बाद गंभीर की काफी आलोचना हुई है। टी20 विश्वकप से पूर्व टीम का प्रदर्शन उनके भविष्य का निर्धारण करेगा।
साभार अमर उजाला

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