हिंदुत्व मय हुआ इंदौर
आदित्य शर्मा
इंदौर। सुबह से लाखों लोग इंदौर के कोने-कोने से निकलकर लाल बाग पर इकट्ठा हुए यह इंदौर का अब तक का सबसे बड़ा प्रदर्शन माना जा रहा है।
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के विरोध में इंदौर में लाखों लोग सड़कों पर उतर आए। आरएसएस और भाजपा ने इसे इंदौर का सबसे बड़ा आंदोलन बताया। आंदोलन में लाखों लोगों ने एक सुर में कहा कि इस प्रदर्शन की आवाज दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचना चाहिए ताकि हिंदुओं पर अत्याचार बंद हो सके। इस विरोध प्रदर्शन में इतनी अधिक भीड़ थी कि उसका एक कोना लाल बाग पर था तो दूसरा कोना कलेक्टर कार्यालय तक पहुंच गया था। शहर के व्यापारिक संगठन, संस्थाएं और हजारों संस्थाओं ने इसमें हिस्सा लिया।
हर वर्ग और उम्र के लोग शामिल हुए
आंदोलन में सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि इसमें बड़ी संख्या में कॉलेज के स्टूडेंट, डॉक्टर, वकील, फल सब्जी विक्रेता, छोटे-मोटे व्यापारी और हर उम्र और हर वर्ग के लोगों ने भाग लिया। हजारों की संख्या में महिलाएं और बच्चियों भी इस आंदोलन में शामिल हुई। कई महिलाएं तो अपने साथ में अबोध बच्चों को गोद में लेकर आई और उन्होंने भी बांग्लादेश के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और वहां पर हिंदुओं की रक्षा करने के लिए दबाव डाला।
ढ़ाई लाख से ज्यादा लोगों के आने का दावा
संघ के अनुसार, इस रैली में करीब ढाई लाख से अधिक लोग शामिल हुए। शहर के सभी प्रमुख बाजारों ने इस विरोध प्रदर्शन के समर्थन में आधे दिन के लिए अपने प्रतिष्ठान बंद रखे।
कलेक्टर को राष्ट्रपति के नाम दिया ज्ञापन
प्रदर्शनकारियों ने लालबाग परिसर से कलेक्ट्रेट कार्यालय तक मार्च किया और वहां पहुंचकर कलेक्टर आशीष सिंह को राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा की घटनाओं की निंदा करते हुए केंद्र सरकार से इस मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उठाने की मांग की गई।
इस रैली में भाजपा संघ के सभी नेता एवं पदाधिकारियों ने हिस्सा लिया एवं इंदौर के सभी सामाजिक संगठन भी इस रैली में शामिल हुए
इसमें मंत्री कैलाश जी विजयवर्गीय मंत्री तुलसी राम सिलावट विधायक रमेश जी मेंदोला विधायक गोलू जी शुक्ला विधायक मालिनी गौड़ नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे एवं एकलव्य सिंह गौड़ भाजपा एवं संघ कार्यकर्ता भी मौजूद रहे वही ग्रामीण नेता सुनील पुरोहित सुदीप पाठक भी उपस्थित रहे।