गाजा-इजरायल संघर्ष में इजरायल-सऊदी की जलकर खाक हो गई दोस्ती
रियाद। सऊदी अरब की राजधानी रियाद में शनिवार को मुस्लिम देशों के संगठन इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) और अरब लीग की आपात बैठक हुई, जिसमें गाजा पट्टी पर इजरायल के भीषण हमले पर चर्चा हुई और आगे की रणनीति बनाई गई। सऊदी अरब ने शिखर सम्मेलन की मेजबानी की। इस दौरान शुरुआती संबोधन में सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने गाजा में बिगड़ती स्थिति पर चर्चा की और कहा कि हम एक मानवीय आपदा का सामना कर रहे हैं जो (संयुक्त राष्ट्र) सुरक्षा परिषद और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की अंतरराष्ट्रीय कानूनों और मानदंडों और अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून की विफलता की गवाही देता है।
क्राउन प्रिंस ने कहा कि गाजा पट्टी पर इजरायल के ताबड़तोड़ हमले से अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा और स्थिरता को खतरा पहुंचा है। उन्होंने इस स्थिति का सामना करने और उसके खिलाफ प्रभावी कार्रवाई करने के लिए सभी नेताओं को एकजुट होने का आह्वान किया। अपने भाषण के दौरान, क्राउन प्रिंस ने "तत्काल सैन्य अभियान बंद करने, नागरिकों के लिए मानवीय गलियारे प्रदान करने और अंतरराष्ट्रीय मानवीय संगठनों को अपनी भूमिका निभाने में सक्षम बनाने" की मांग दोहराई।
उन्होंने कहा कि फिलिस्तीन में हमारे हजारों भाइयों की बेवजह हत्या की जा रही है। उन्होंने गाजा में संवेदनहीन युद्ध की निंदा की जिसने अब तक 13000 से ज्यादा लोगों की जान ले ली है। इनमें सबसे ज्यादा बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग शामिल हैं। बता दें कि हाल ही में अमेरिका की दखल से इजरायल और सऊदी अरब ने दोस्ती का हाथ बढ़ाया था। ये दोस्ती 72 सालों बाद हो रही थी, जबकि दोनों देशों के बीच सिर्फ 16 किलोमीटर की दूरी है। अब 37 दिनों से चल रहे गाजा-इजरायल संघर्ष में ये दोस्ती जलकर खाक हो गई है।
साभार लाइव हिन्दुस्तान