ज्योति की गिरफ्तारी... ISI मॉड्यूल का होगा पर्दाफाश!
नई दिल्ली. हरियाणा (Haryana) की 33 साल की ट्रैवल व्लॉगर ज्योति रानी मल्होत्रा (Jyoti Rani Malhotra) पर पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों के लिए जासूसी करने के आरोप लगे हैं. कुछ वक्त से भारतीय खुफिया एजेंसियों के रडार पर थी, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. जैसे-जैसे एजेंसी जांच आगे बढ़ा रही है, मामला उलझता जा रहा है और साजिश के तार गहराते जा रहे हैं.
NIA और आईबी ने अब तक गिरफ्तार आरोपियों द्वारा बोले गए कई झूठ भी पकड़े हैं. सूत्रों के मुताबिक, जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है, ज्योति की गिरफ्तारी से आईएसआई के एक बड़े माड्यूल के गहरे साजिश का पर्दाफाश हो रहा है कि कैसे तकनीक का इस्तेमाल करके जासूसी नेटवर्क चलाया जा रहा था.
आईएसआई ने इस मॉड्यूल में सोशल मीडिया पर प्रभाव रखने वाले और स्वतंत्र तौर पर काम करने वालों को बड़ी ही साजिश के तहत शामिल किया था. इनका काम खुफिया जानकारी इकट्ठा करने के अलावा पाकिस्तान की एक झूठी तस्वीर पेश करना था.
एनआईए, आईबी और हरियाणा पुलिस की संयुक्त पूछताछ टीम ने ज्योति मल्होत्रा से पूछताछ की है. इस पूछताछ में ज्योति के द्वारा कई बातें छिपाने की बात सामने आई है. इसके साथ ही ज्योति, जांच को गुमराह करने की भी कोशिश कर रही है. सबसे पहले ज्योति ने पाकिस्तानी खुफिया ऑपरेटिव दानिश के साथ अपने व्यक्तिगत संबंधों के बारे में झूठ बोला.
अब तक की जांच में जो कुछ सामने आया है, उससे आशंका है कि हरियाणा के हिसार से गिरफ्तार की गई यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा एक बड़े जासूसी नेटवर्क का हिस्सा हो सकती है. सूत्रों के मुताबिक, ज्योति के जरिए पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI भारत के खुफिया एजेंट्स की पहचान करना चाहती थी.
एजेंसियों के सामने ये खुलासा ज्योति और ISI के अधिकारी अली हसन के बीच हुई वॉट्सऐप चैट के सामने आने से हुआ है. इस चैट में अली हसन ने ज्योति से कोड वर्ड में पूछा है कि जब वो अटारी बॉर्डर गई थी, तो वहां उसे कोई अंडरकवर एजेंट तो नहीं मिला, जिसे किसी खास प्रोटोकॉल के तहत एंट्री दिलाई गई हो.
साभार आज तक