कोलकाता डॉक्टर हत्याकांड ः इंदौर में जूनियर डॉक्टरों ने काम बंद किया
इंदौर। कोलकाता में एक युवा महिला डॉक्टर की क्रूर हत्या ने देश भर में चिकित्सा जगत को हिला कर रख दिया है। इस घटना के विरोध में इंदौर के जूनियर डॉक्टर भी सड़कों पर उतर आए हैं। एमजीएम मेडिकल कॉलेज और एमवायएच अस्पताल के डॉक्टरों ने सिर्फ इमरजेंसी सेवाएं देकर रूटीन कामकाज बंद कर दिया है। कोलकाता में प्रदर्शन कर रहे डॉक्टरों के साथ हुई हिंसा के बाद इंदौर में डॉक्टरों का आक्रोश और बढ़ गया है। मध्य प्रदेश जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने एमजीएम के डीन को मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा है जिसमें कई मांगें रखी गई हैं।
डॉक्टरों की प्रमुख मांगें हैं:
अगले 48 घंटों में सभी आरोपियों की गिरफ्तारी।
कॉलेज के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई और इस्तीफे की मांग।
घटनास्थल को सील करने का आदेश।
मृत डॉक्टर के परिवार को मुआवजा।
सभी मेडिकल कॉलेजों में सुरक्षा बढ़ाने की मांग।
कोलकाता पुलिस द्वारा डॉक्टरों पर हमले के लिए सार्वजनिक माफी।
डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।
डॉक्टरों ने कहा उन्हें सुरक्षा की गारंटी चाहिए
यह घटना डॉक्टरों की सुरक्षा और उनके अधिकारों के मुद्दे को एक बार फिर सामने ला खड़ी की है। डॉक्टरों का कहना है कि वे भी इंसान हैं और उनकी सुरक्षा की गारंटी होनी चाहिए। वे सरकार से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों। इस घटना का असर आम जनता पर भी पड़ रहा है। इमरजेंसी सेवाओं के अलावा अन्य चिकित्सा सुविधाओं पर असर पड़ रहा है। इससे मरीजों को काफी परेशानी हो रही है। सरकार पर भी जल्द से जल्द इस मामले में कार्रवाई करने और डॉक्टरों की मांगों पर ध्यान देने का दबाव है। देश भर की नजरें इस मामले पर टिकी हैं।
साभार अमर उजाला