निगम कमिश्नर के खिलाफ उतरे महापौर परिषद के सदस्य, कैलाश विजयवर्गीय को लिखा पत्र
इंदौर। इंदौर नगर निगम कमिश्नर हर्षिका सिंह के खिलाफ महापौर परिषद के सदस्यों ने पत्र लिखा है। उन्होंने कैलाश विजयवर्गीय को पत्र लिखकर निगम कमिश्नर के फैसले की आलोचना की है और फैसला वापस लेने की अपील की है।
सराफा चाट चौपाटी के संचालन के लिए निगमायुक्त द्वारा गठित समिति कामकाज शुरू करने से पहले ही विवाद में पड़ गई। महापौर परिषद के सदस्य और राजस्व विभाग प्रभारी निरंजन सिंह चौहान ने समिति का विरोध करते हुए नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को पत्र लिखा है।
इंदौर की सराफा चाट चौपाटी दुनियाभर में लोकप्रिय है। यह रात में लगती है और इसके संचालन और सुरक्षा के लिए हर्षिता सिंह ने सात सदस्यीय समिति गठित की थी। इस समिति में महापौर परिषद सदस्य राजेंद्र राठौर, अपर आयुक्त सिद्धार्थ जैन, राकेश जैन, पार्षद मीता राठौर, भवन अधिकारी अनूप गोयल, फायर अधिकारी विनोद मिश्रा और सहायक यंत्री वैभव देवलासे को शामिल किया गया था। अब महापौर परिषद के सदस्य इस समिति के विरोध में उतर आए हैं। सदस्यों का कहना है कि निगमायुक्त को समिति गठित करने का अधिकार ही नहीं है। उन्होंने महापौर परिषद के अधिकारों का उल्लंघन कर समिति को गठित किया है। निगमायुक्त ने 8 फरवरी को समिति गठित की थी। इसके पहले ही समिति गठन को लेकर विवाद शुरू हो गया, समिति ने अब तक काम ही शुरू नहीं किया है।
निगमायुक्त द्वारा समिति में शामिल किए गए एमआइसी सदस्य राजेंद्र राठौर ने ही समिति का विरोध किया है। उन्होंने निगमायुक्त को पत्र लिखकर समिति गठन महापौर के माध्यम से करने की मांग की है। पत्र में कहा है कि सराफा बाजार में रात में लगने वाली चाट चौपाटी का संबंध मार्केट एवं स्वास्थ्य विभाग से है, बावजूद इसके राजस्व विभाग प्रभारी से कोई चर्चा नहीं की गई। मार्केट एवं स्वास्थ्य विभाग की राय और महापौर परिषद की जानकारी के बगैर इस समिति का गठन किया गया है। यह महापौर परिषद के अधिकारों का हनन है।
वहीं महापौर परिषद के सदस्य और राजस्व विभाग प्रभारी निरंजन सिंह चौहान ने समिति का विरोध करते हुए नगरीय प्रशासन मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को पत्र लिखा है। चौहान ने समिति गठन के आदेश को तत्काल निरस्त करने की मांग की है। महापौर पुष्यमित्र भार्गव की ओर से इस मामले में अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
साभार अमर उजाला