मेरठ सहित वेस्ट यूपी के अधिकांश हिस्से घने कोहरे की चपेट में, कल से चलेंगी बर्फीली हवाएं
मेरठ। पहाड़ों पर सामान्य से कम बर्फबारी के बावजूद मैदान रिकॉर्ड सर्दी में ठिठुर रहे हैं। मंगलवार को मेरठ कड़ाके की ठंड से जकड़ा रहा। लगातार तीसरे दिन मेरठ की रात प्रदेश में सबसे ठंडी रही जबकि बुलंदशहर दिन में सबसे ठंडा रहा। मेरठ सहित वेस्ट यूपी के अधिकांश हिस्से अत्यधिक घने कोहरे की चपेट में हैं। मेरठ में दृश्यता शून्य दर्ज हो रही है। हालांकि पूरे क्षेत्र में शीतलहर, अत्यधिक घने कोहरे से पांच दिनों तक कोई राहत नहीं मिलने जा रही है। सर्द से अत्यधिक सर्द दिन की स्थितियां 48 घंटे यानी दो दिन बनी रह सकती हैं। कल से पहाड़ों से बर्फीली हवाएं चलने की उम्मीद है। इससे दिन में कोहरा जल्दी साफ होगा और धूप निकल सकती है, लेकिन ठंड कोई राहत नहीं मिलने जा रही।
मौसम विभाग के अनुसार मंगलवार को मेरठ में दिन का तापमान 12 और रात का 3.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ जो सामान्य से क्रमश: दस और चार डिग्री सेल्सियस कम है। मंगलवार को दिन का तापमान सीजन का सबसे कम दर्ज हुआ जबकि रात प्रदेश में सबसे ठंडी। मेरठ की रात लगातार तीसरे दिन उत्तर प्रदेश में सबसे ठंडी रही। मौसम विभाग के अनुसार पांच दिनों तक पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की सर्दी, अत्यधिक घने कोहरे, शीतलहर और सर्द दिन से राहत नहीं मिलने जा रही है। हवा की गुणवत्ता एक्यूआई 217 के साथ खराब श्रेणी में बनी हुई है।
सामान्य रहेगा 2024 मानसून: स्काईमेट वेदर ने मंगलवार को 2024 में मानसून का पूर्वानुमान जारी कर दिया। एजेंसी के अनुसार 2024 के मानसून पर अलनीनो का असर खत्म होने की उम्मीद है। जुलाई के मध्य तक ला-नीनो भी मजबूत स्थिति में आ जाएगा। ऐसे में 2024 में मानसून की सामान्य बारिश होने के आसार हैं। 2023 में अल-नीनो की वजह से सामान्य से कम मानसूनी बारिश दर्ज की गई थी। सामुद्रिक तापमान के चलते अल-नीनो को कमजोर मानसून का जिम्मेदार माना गया है जबकि ला-नीनो को अच्छे मानसून का संकेत।
साभार लाइव हिन्दुस्तान