अनदेखी • दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद और भोपाल को जोड़ने वाले मार्ग पर चौपाटी है, करीब 9 हजार वाहन गुजरते हैं
बड़ी चौपाटी पर सुविधाघर व यात्री प्रतीक्षालय नहीं होने से आमजन और यात्रियों की फजीहत
बदनावर. चार जिलों की सीमाओं को जोड़ने वाली बदनावर चौपाटी पर सुविधाघर और यात्री प्रतीक्षालय नहीं होने से यात्रियों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। यहां रोजाना 160 से ज्यादा बसें रुकती हैं। करीब 9 हजार वाहन गुजरते हैं। यह चौपाटी दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद और भोपाल को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित है। यहां से चारों दिशाओं में जाने के लिए बसें मिलती हैं। कई यात्री रूट बदलने के लिए यहीं उतरते हैं। चौपाटी पर चाय-नाश्ते के लिए रुकने वाले यात्रियों को भी सुविधाघर नहीं होने से दिक्कत होती है।
वर्ष 2007-08 में लेबड़-नयागांव फोरलेन निर्माण के दौरान चौपाटी पर बना सुविधाघर, पुलिस चौकी और यात्री प्रतीक्षालय तोड़ दिए गए थे। इसके बाद से अब तक यहां दोबारा निर्माण नहीं हुआ। नगर परिषद ने चलित शौचालय लगाया था, वह भी टूट चुका है। उसमें न दरवाजे हैं, न पानी की व्यवस्था। महिलाएं और मरीज सबसे ज्यादा परेशान होते हैं।
जैसे ही वाहन रुकते हैं, लोग लघुशंका के लिए भटकते हैं। साथ ही यात्री सड़क किनारे खड़े रहकर बसों का इंतजार करते रहते हैं। इससे फोरलेन पर गुजरते तेज वाहनों से हमेशा दुर्घटना का अंदेशा रहता है।
फोरलेन निर्माण के दौरान तोड़े थे, इसके बाद जिम्मेदारों ने दोबारा ध्यान नहीं दिया
फोरलेन निर्माण के दौरान सुविधाघर और यात्री प्रतीक्षालय तोड़े गए थे। फोरलेन के निर्माण के बाद से लोग निर्माण की मांग कर रहे हैं। गर्मी में तेज धूप से बचने व बारिश के दिनों में बरसते पानी से बचने के लिए लोग परेशान होते हैं। आसपास की दुकानों, होटलों के शेड के नीचे धूप और बारिश से बचने के लिए रुकने का प्रयास करते हैं तो, वहां से भी दुकानदार उन्हें हटाते हैं। ऐसे में पानी से बचने के लिए मजबूरी में यात्रियों को वहां से सामान खरीदना भी पड़ता है। जबकि बदनावर बसों का जंक्शन है। यहां इंदौर, रतलाम, उज्जैन, झाबुआ आदि स्थानों की बसों की आवाजाही होती है। इससे यात्रियों की संख्या अधिक होती है। यात्रियों के अलावा स्थानीय लोगों की भी अच्छी चहल-पहल रहती है।
सुविधाघर व प्रतीक्षालय बनाने की योजना तैयार है
इस बारे में नपाध्यक्ष मीना यादव ने बताया बड़ी चौपाटी पर सुविधाघर और प्रतीक्षालय बनाने की योजना तैयार है। जगह तय होते ही काम शुरू होगा। तब तक अस्थायी व्यवस्था की जाएगी। दोनों पेट्रोल पंप संचालकों को भी निर्देशित किया जाएगा कि वे अपने सुविधाघर आमजन के लिए खुले रखें।

