पेड़ लगाएं, पर्यावरण बचाएं: मानसून के दौरान पेड़ लगाने का महत्व
लेखक: गोपाल गावंडे
बारिश का मौसम आ चुका है और यह समय है जब हम सभी को पेड़ लगाने पर विशेष ध्यान देना चाहिए। जून से जुलाई का महीना पेड़ लगाने के लिए सबसे उपयुक्त होता है। इस समय लगाए गए पेड़ न केवल तेजी से बढ़ते हैं बल्कि पर्यावरण को भी अनगिनत फायदे पहुंचाते हैं।
बारिश में पेड़ लगाने के फायदे:
1. जल संरक्षण: मानसून के दौरान लगाए गए पेड़ जमीन में पानी की मात्रा को बनाए रखने में मदद करते हैं। इससे भूजल स्तर में वृद्धि होती है और जल संकट से निपटने में मदद मिलती है।
2. मिट्टी का कटाव रोकना: पेड़ की जड़ें मिट्टी को बांधकर रखती हैं जिससे बारिश के दौरान मिट्टी का कटाव नहीं होता। इससे बाढ़ की संभावनाएं भी कम हो जाती हैं।
3. जलवायु संतुलन: पेड़ कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करके ऑक्सीजन छोड़ते हैं, जिससे हवा की गुणवत्ता में सुधार होता है और जलवायु संतुलन बना रहता है।
4. जैव विविधता का संरक्षण: पेड़ और पौधे विभिन्न प्रकार के जीव-जंतुओं का घर होते हैं। मानसून में लगाए गए पेड़ जैव विविधता को संरक्षित रखने में मदद करते हैं।
कौन से पेड़ लगाएं?
1. नीम (Azadirachta indica): नीम का पेड़ हवा को शुद्ध करने और ऑक्सीजन देने में सक्षम है। यह विभिन्न रोगों के उपचार में भी उपयोगी होता है।
2. पीपल (Ficus religiosa): पीपल का पेड़ दिन-रात ऑक्सीजन छोड़ता है और पर्यावरण को शुद्ध रखता है।
3. बरगद (Ficus benghalensis): बरगद का पेड़ न केवल विशाल होता है बल्कि यह छाया और ऑक्सीजन भी प्रदान करता है।
4. आम (Mangifera indica): आम का पेड़ फल देने के साथ-साथ छाया और ऑक्सीजन भी प्रदान करता है।
5. गुलमोहर (Delonix regia): यह पेड़ अपने सुंदर फूलों से पर्यावरण को सजाता है और ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ाता है।
मानसून के इस समय में हम सभी को एकजुट होकर पेड़ लगाने का संकल्प लेना चाहिए। यह न केवल हमारी बल्कि आने वाली पीढ़ियों की भलाई के लिए भी आवश्यक है। पेड़ लगाएं, पर्यावरण बचाएं और एक स्वस्थ और सुरक्षित भविष्य का निर्माण करें।
-संपादक: गोपाल गावंडे