लांबाखेड़ा में कांग्रेस की लोकतंत्र बचाओ पैदल यात्रा को पुलिस ने रोका, दिग्विजय सिंह भी शामिल हुए
भोपाल। आदिवासी समाज के लोगों की लोकतंत्र बचाओ पैदल यात्रा को सोमवार को पुलिस ने भोपाल के करोंद के पास लांबाखेड़ा में रोक दिया। यात्रा में शामिल लोगों ने पुलिस पर यात्रा को आगे बढ़ने से रोकने का षड्यंत्र करने का आरोप लगाया। हालांकि पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह के मौके पर पहुंचने पर पुलिस ने यात्रा को आगे बढ़ने दिया। यात्रा में दिग्विजय सिंह भी शामिल हुए। इससे पहले लांबाखेड़ा में ही यात्रा को संबोधित करते हुए दिग्विजय सिंह ने कहा कि आज दो अक्टूबर को महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती है। पूरे विश्व में दो अक्टूबर को अंहिसा दिवस के रूप में मनाया जाता है।
दिग्विजय सिंह ने कहा कि महात्मा गांधी ने पूरे जीवन पर अहिंसा के खिलाफ लड़ाई लड़ी। उनका दोष केवल यह था कि वह सभी साथ लेकर चलते थे। हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई। अनुसूचित जाति और जनजाति सभी को सम्मान की नजर से देखते थे। सबसे पहले छूआछूट का यदि किसी ने आंदोलन किया तो महात्मा गांधी ने किया। आज उनका जन्म है। अंहिसा का दिवस है। यह यात्रा में किसी ने झगड़ा नहीं किया। शांति मार्च किया। दो अक्टूबर को यहां आने का मकसद यह है कि हम अंहिसा के पूजारी है। हम अनुसूचित जाति और जनताति के अधिकारों के लिए शांति पूर्वक बिना किसी लड़ाई के हमारी गरीब, दलित, एससी, एसटी जिनकी जमीन छिन ली गई। जिनको दंबंगों के पैरों के तले दबाया जा रहा है। दंबंगों द्वारा आदिवासियों के ऊपर पेशाब किया जा रहा है। अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों के शरीर पर मल लेपा जा रहा है। और यह भारतीय जनता पार्टी की सरकार और यह मामा जो कहता है कि मैं तुम्हारा हूं। दिग्विजय सिंह ने कहा कि तुम किसके हो हमें मालूम है। तुम सिर्फ नगद के हो। भ्रष्टाचार के हो। तुम किसी के सगे नहीं हो। मैं आरोप लगा रहा हूं। हिम्मत होती तो मेरे ऊपर मानहानि का दावा करता मामा। मेरे पास गवाह है कि इनके भ्रष्टाचार के है।
यह लोग देश के लोकतंत्र को खरीद और बेच रहे
पूर्व सीएम ने कहा कि यात्रा में शामिल लोगों को कहा कि यहां से शांतिपूर्वक अंबेडकर मैदान तक चलेगा। मैं आपके साथ चलूगा। आज में बिना पूजा और अनाज खां के नहीं आया हूं। उन्होंने राजा साबह जिंदाबाद के नारे लगाने वालों को टाकते हुए कहा कि कोई राजा साहब जिंदाबाद नहीं बोलेगा। नारे आदिवासी, जनजाति, पिछड़ा वर्ग के पक्ष में, अंहिसा के पक्ष में, लाल बहादुर के पक्ष में, भीमराव अंबेडकर के पक्ष में होंगे। क्योंकि इन्होंने हमें आजादी दिलाई और लोकतंत्र दिया। उन्होंने भाजपा का नाम लिए बिना कहा कि यह लोग इस देश के लोकतंत्र को खरीद और बेच रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को गिराने में करोड़ों रुपए किसका पैसा लगा था। क्या गरीब का पैसा लगा था। क्या विधायकों को चेक से पेमेंट किया था। नोट की गड्डियों से पेमेंट किया गया था।
लोकतंत्र बचाव यात्रा में शामिल वकील सुनील कुमार आदिवासी ने बताया कि पुलिस अनुमति नहीं होने समेत अलग-अलग बहाने कर यात्रा को रोक रही थी। इस बीच पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह पहुंचे। जिसके बाद पुलिस ने यात्रा को आगे बढ़ने दिया। दिग्विजय सिंह ने कहा कि गांधी जयंती पर अहिंसावादी लोगों को रोकने की कोशिश की जा रही है।
साभार अमर उजाला