पोलिंग पार्टियां रात डेढ़ बजे तक स्टेडियम लौटी
इंदौर। इंदौर और आसपास के क्षेत्रों में हुई तेज बारिश का असर मतदान पर भी पड़ा। ग्रामीण क्षेत्रों के कई पोलिंग बूथों पर बिजली गुल हो गई और अंधेरे में पोलिंग पार्टियों को बची प्रक्रिया करने में समय लगा। इस कारण मतदान सामग्री स्थल नेहरु स्टेडियम में रात डेढ़ बजे तक बसों में सवार होकर पोलिंग पार्टियां आती रही। अलसुबह साढ़े तीन बजे महू और देपालपुर विधानसभा के स्ट्रांग रुमों को ताला लगाकर सील किया गया। अब ये कक्ष चार जून को मतगणना के दौरान ही खुलेंगे।
इंदौर लोकसभा क्षेत्र में कांग्रेस वर्सेस नोटा के बीच मुकाबला रहा। इंदौर लोकसभा सीट के आठ विधानसभा क्षेत्रों में 61 प्रतिशत मतदान हुआ। मतदान छह बजे समाप्त हो चुका था,लेकिन बारिश और बिजली गुल होने के कारण महू, देपालपुर के कई बूथों पर ईवीएम सील करने,दस्तावेजों को व्यवस्थित करने में रात 9 बजे तक का समय लग गया।
स्टेडियम के गेट नंबर छह से पोलिंग पार्टियों को प्रवेश की व्यवस्था की गई थी। रात साढ़े 12 बजे महू के चंदनखेड़ी गांव के बूथ से लौटे कर्मचारियों ने बताया कि शाम पांच बजे बिजली गुल हो गई थी। मोमबत्ती में मतदान कराना पड़ा और मतदान के बाद की प्रक्रिया में भी इस कारण देर हो गई।
महू गांव के गायकवाड़ स्कूल बूथ पर भी बिजली गुल होने के कारण पोलिंग पार्टियों को लौटने में देरी हो गई। स्टेडियम में अलग अलग विधानसभा क्षेत्रों के हिसाब से स्ट्रांग रुम बनाए गए थे।
सबसे पहले तीन नंबर विधानसभा क्षेत्र के स्ट्रांग रुम को सील किया गया। सबसे अंत में देपालपुर और महू के स्ट्रांग रुम पर सुबह तीन बजे उम्मीदवारों के प्रतिनिधियों की मौजूदगी में ताला लगाया गया। प्रशासन ने इसकी वीडियोग्राफी भी कराई। इंदौर जिले का महू विधानसभा क्षेत्र धार लोकसभा का हिस्सा है। धार लोकसभा क्षेत्र की दूसरी विधानसभा सीटों के वोटों गिनती तो धार में होगी,लेकिन महू क्षेत्र के वोटों की गिनती इंदौर मेें होगी और मतों की जानकारी धार भेज दी जाएगी।
सभी ईवीएम रखे जाने के बाद स्ट्रांग रुम का बिजली कनेक्शन काट दिया गया, ताकि शार्ट सर्किट के कारण अग्नि हादसा न हो सके। स्ट्रांग रुम के बाहर सीआरपीएफ के जवान तैनात किए गए है।
साभार अमर उजाला