प्रज्ञा पुराण कथा मानव जीवन के भ्रमों को दूर करती है

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कसरावद. तहसील के ग्राम भनगांव में प्रज्ञा पुराण कथा जारी है। कथा के दूसरे दिन रविवार प्रातः 8:00 बजे से गायत्री यज्ञ शुरू हुआ।  इसमें देव पूजन 33 कोटि देवताओं का आवाहन हुआ तत्पश्चात पंच कुण्डीय गायत्री महायज्ञ में ग्रामीणों ने आहुतियां दी। इस अवसर पर एक बहन का गर्भ पूजन संस्कार हुआ। ग्राम के 20 जोड़ों  सहित सैकड़ों महिला पुरूषों ने यज्ञ में भागीदारी की। यज्ञ का संचालन रूपखेड़ा के  बलीराम पटेल ने किया। संगीत रवि पटेल ने दिया। तबला वादन सावन पटेल ने किया। कार्यक्रम का संचालन बोरावा के मिश्रीलाल यादव ने किया। यज्ञीय आयोजन में ग्राम के भावनाशील परिजनों का अच्छा सहयोग रहा।
 सायं 7:30 बजे से प्रज्ञा पुराण कथा का वाचन हुआ। कथा में बलिराम पटेल ने कहा कि गृहस्थ जीवन में परिवार को मिलजुल कर रहना चाहिए। परिवार को एक फूलों के बगीचे जैसा रहना चाहिए जिसमें हर फूल अपनी अपनी सुगंध को समाज में बांटते रहते हैं। इसी प्रकार माता-पिता, दादा-दादी, बच्चे सभी अपनी-अपनी जिम्मेदारी से काम करें तो ऐसा परिवार धरती का स्वर्ग होता है। बलीराम पटेल ने कहा कि सत्संग में जाने से मनुष्य जीवन की सारी समस्याओं का समाधान हो जाता है। उन्होंने बताया कि प्रज्ञा पुराण कथा मानव जीवन की व्यथा को दूर करने वाली कथा है।

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