सामाजिक सद्भाव के लिए मथुरा में आरएसएस का दो दिन मंथन
नई दिल्ली। भाजपा का मातृ संगठन आरएसएस हिंदू समाज के बीच सद्भाव के लिए बड़ी पहल करने की तैयारी में है। अब तक समरसता मंच जैसे कार्यक्रमों के जरिए हिंदू समाज की सभी जातियों तक पहुंच बनाने की कोशिश को आरएसएस और तेज करने वाला है। इसका क्या तरीका होगा और कैसे समाज में समावेशी माहौल बनाया जाए, इसके लिए दो दिनों का मंथन मथुरा में होना है। इसकी जानकारी आरएसएस के प्रचार प्रमुख सुनील आंबेकर ने दी है। उन्होंने बताया कि अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल बैठक मथुरा में 25 और 26 अक्टूबर को होने वाली है।
इस बैठक में बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति, आरएसएस के शताब्दी वर्ष पर आयोजन, ओटीटी प्लेटफॉर्म के लिए नियम की मांग समेत कई मसलों पर चर्चा की जाएगी। इस बैठक में आरएसएस के 393 से अधिक नेता मौजूद रहेंगे। इनमें प्रांत प्रचारक, प्रांत संघचालक और प्रांत कार्यवाह तक शामिल रहेंगे। आरएसएस के सूत्रों ने कहा कि मीटिंग का एजेंडा तो सरसंघचालक मोहन भागवत ने विजयादशमी के अपने भाषण से ही सेट कर दिया था। अब बस उस पर विस्तार से मंथन होना है कि कैसे किस काम को अंजाम दिया जाए।
सुनील आंबेकर ने मीटिंग का एजेंडा बताते हुए कहा, 'बैठक में इस बात की चर्चा की जाएगी कि कैसे समाज को एक साथ रखा जाए। उन्हें गलत सूचनाओं के जाल में फंसने से रोका जाए। उन्होंने इंटरनेट प्लेटफॉर्म्स पर आ रही सामग्री से बच्चों पर पड़ने वाले बुरे असर पर भी बात की और उसके नियमन की जरूरत बताई है। उस पर भी चर्चा की जाएगी। खासतौर पर चर्चा इस बात पर होगी कि समाज में सौहार्द कैसे बनाया जाए। हम इस पर मंथन करेंगे कि अब तक क्या किया है और भविष्य में क्या कर सकते हैं।'
साभार लाइव हिन्दुस्तान