श्री शिव के आल्हादमय स्वरूप के साक्षात् का माध्यम है सहजयोग

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अहं निर्विकल्पो निराकाररूपो 
विभुर्व्याप्य सर्वत्र सर्वेन्द्रियाणाम् ।
सदा मे समत्वं न मुक्तिर्न बन्ध:, 
चिदानन्दरूपः शिवोऽहं शिवोऽहम् 
'आत्माष्टकम्' 
प. पू. श्री माताजी प्रणित सहजयोग आत्म साक्षात्कार की गाथा है। मै कौन हूँ? इस तत्व ज्ञानात्मक प्रश्न का उत्तर है। अपना भारतदेश प्राचीन काल से इस प्रश्न पर चिंतन करता चला आ रहा है। और इस तथ्य को अपने मनःपटल पर, हृदयपटल पर अंकित करता आ रहा है। 'भा' अर्थात 'तेज', 'परमचैतन्य' और 'रत' अर्थात् लीन होने की इच्छा करने वाले, अर्थात परमचैतन्य में रत होने की, लीन होने की शुद्ध इच्छा रखने वाले को भारतीय कहा जाता है। आठवीं सदी के महान दार्शनिक आदि-शंकराचार्य जी ने, 'मैं कौन हूँ?' इस प्रश्न का उत्तर देने के लिये 'आत्माष्टकम्' की रचना की होगी। और मैं कौन नही हूँ ये बताकर, मै सर्व प्राणिमात्र के हृदय में स्थित निर्गुण निराकार आत्म तत्व हूँ, शिवांश हूँ ये हमें बताया है। उस 'आत्माष्टकम्' में वे कहते हैं, -  "मैं मन नहीं, बुद्धि नहीं, चित्त नहीं, अहंकार नहीं, मैं पंच महाभूत और पंच ज्ञानेन्द्रियां भी नहीं, तो मैं कौन हूँ? मैं आपके हृदयासन पर स्थित शिव हूँ।"
         सहजयोग उस शिव तत्व को पाने की
सरल विधि है, एक आनंदमय चमत्कार है। प. पू श्री माताजी कहते हैं, सहजयोग में मनुष्य अकर्म मे आ जाता है। वो कार्य करते हुए लगता है , कितनों को लगता है कि वो कर्म कर रहा है उसको याद नहीं कि वह कर्म रहा है या प्रेम कर रहा है। उसकी उपस्थिति मात्र से वातावरण सुगंधित, चैतन्यमय व प्रेममय बन जाता है ।
       इस प्रकार हमें समझना चाहिए कि आत्मसाक्षात्कार क्या है? आजकल  लोग बहुत जल्दी बोर हो जाते हैं अर्थात अपने आप से अपने वातावरण से ऊब जाते हैं, परंतु जिसने अपने हृदय स्थित शिव के प्रेम को पा लिया वो किसी भी परिस्थिति में आनंद ही पाता है। इस रस को जब आप प्राप्त करते हैं तो एक भोलापन आपके अंदर आ  जाता है। आप महात्मा तुल्य हो जाते हैं। जिसे कोई भी कष्ट नहीं हो सकता । कोई व्यक्ति इसे मारने आ जाये, तो उसका परिवर्तन हो सकता है। कोई सताने आ जाये तो उसे सुबुद्धि आ सकती है। शिवतत्व में ऐसे गुण हैं कि सहज में ही आपके अंदर धर्म आ जायेगा, सहज में ही आपमें माधुर्य आ जायेगा, सहज में ही बालकों सी अबोधिता और परिपक्वता भी आ जायेगी।
   अपने आत्म साक्षात्कार को प्राप्त करने हेतु अपने नज़दीकी सहजयोग ध्यान केंद्र की जानकारी टोल फ्री नंबर 1800 2700 800 से प्राप्त कर सकते हैं।

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