आदिवासी महिला के साथ अपहरण और शोषण का सनसनीखेज मामला, सीहोर पुलिस की निष्क्रियता पर उठे सवाल
शिवपुरी से ऋषि गोस्वामी की रिपोर्ट
करैरा:- करैरा अनुविभाग के सीहोर थाना क्षेत्र के ग्राम बहगवा में एक आदिवासी महिला के साथ अपहरण, शारीरिक शोषण और लूटपाट का मामला सामने आया है। पीड़िता का परिवर्तित नाम चाँदनी ने पुलिस अधीक्षक को शिकायती आवेदन देकर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। शिकायत में बताया गया कि बृजेश जाटव और वीर सिंह रावत ने मिलकर महिला का अपहरण किया, उसे बंधक बनाया, शारीरिक शोषण किया, और उसके जेवरात व नकदी लूट लिए। इसके साथ ही आरोपियों ने महिला को बेचने की कोशिश की और जान से मारने की धमकियां दीं।
महिला ने बताया कि वह कई वर्षों से अपने पति से अलग रहकर श्रीपाल जाटव के साथ ग्राम बहगवा में सुख-शांति से रह रही थी। 14 जून 2025 को वह अपने मायके जा रही थी, तभी रास्ते में बृजेश जाटव ने उसे भ्रमित कर मोटरसाइकिल पर बैठाया और वीर सिंह रावत के घर ले गया। वहां उसे बंधक बनाकर जातिगत अपमान, शारीरिक शोषण और जान से मारने की धमकियां दी गईं। आरोपियों ने उसे कई दिनों तक बंधक रखा और बाद में झांसी और बरुआ सागर ले गए, जहां उसे बेचने का असफल प्रयास किया गया। इस दौरान आरोपियों ने उसका मंगलसूत्र, कानों के कुंडल और 6000 रुपये लूट लिए, जिन्हें एक सराफा दुकान पर बेच दिया गया। 23 जून 2025 को आरोपियों ने उसे गांव के बाहर छोड़ दिया और उसका मोबाइल फोन व सिम तोड़कर धमकी दी कि शिकायत करने पर उसे और उसके परिवार को जान से मार देंगे।
घर पहुंचकर महिला ने श्रीपाल जाटव को घटना बताई और सीहोर थाने में शिकायत दर्ज कराने गई, लेकिन पुलिस ने न तो FIR दर्ज की और न ही कोई कार्रवाई की। उल्टा, उसे डांटकर भगा दिया गया। इस घटना से पीड़िता और उसके परिवार में डर का माहौल है। सीहोर पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठ रहे हैं। पीड़िता ने पुलिस अधीक्षक से न्याय की गुहार लगाई है, ताकि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और उसे इंसाफ मिले। यह मामला करैरा अनुविभाग में चर्चा का विषय बना हुआ है।
इनका कहना है ।
हमारे यहाँ थाने आये थे और बोलने लगे कि घटना नरवर की है तो वह नरवर चले गये थे लेकिन अगर हमारे यहाँ का अब बता रहे है तो दिखवा लेते है ।
विवेक यादव थाना प्रभारी सीहोर

