बिहार में पिछले 24 घंटे में सात तटबंध टूटे, 200 गांवों में बाढ़, तीन लाख से अधिक लोग प्रभावित
नई दिल्ली। बिहार में कोसी, गंडक, बागमती नदी कहर बरपा रही है। अब तक दो सौ गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया। करीब तीन लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं। बिहार सरकार ने अलर्ट जारी किया है। पिछले 24 घंटे में सात तटबंध टूट गया। दरभंगा के किरतपुर प्रखंड के भभौल गांव के पास कोसी नदी का देर रात भूभौल गांव तटबंध टूट गया है। इस तटबंध के टूटने से किरतपुर प्रखंड और घन्यश्यामपुर प्रखंड में बाढ़ से तबाही मच गया है। वहीं सीतामढ़ी और शिवहर में कुल पांच तटबंधन को बागमती नदी की तेज धारा ने ध्वस्त कर दिया है। पश्चिम चंपारण के बगहा में तटबंध टूट गया। इस कारण बगहा के कार्यपालक अभियंता निशिकांत कुमार को निलंबित कर दिया गया।
नदी का तेज बहाव ने तटबंधों को ध्वस्त कर दिया है। अब तक सात तटबंध टूट चुके हैं। इससे कई गांवों को बाढ़ का पानी घुस गया है। दरभंगा, सीतामढ़ी, शिवहर और बगहा में कुल सात तटबंध टूट गए।
मोतिहारी के कई इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है। सीमावर्ती भेलाही से सुगौली तक पानी ही पानी है। खेतों मे फसले डूबने लगी हैं। कई रिहायशी इलाकों मे बाढ़ का पानी प्रवेश करने लगा है। रविवार से सुगौली और पश्चिमी भेलाही मे दो लोगों के डूबने से मौत हो चुकी है। सुगौली के निचले इलाके के लोगों का अब आश्रय स्थली एन एच बन गया है। तम्बू गिराकर सड़क के किनारे लोग अस्थाई डेरा बनाए हुए हैं।
नेपाल में हुई भारी बारिश का असर दरभंगा जिला में साफ साफ दिखने लगा है। जमालपुर के भूभौल गांव में देर रात कोसी के तटबंध के टूटने के बाद दर्जनो गांव में बाढ़ का पानी घुस गया है जिससे ग्रामीणों का जनजीवन प्रभावित दिखने लगा है। आज इसी बाढ़ ग्रस्त इलाके के तिकेश्वरस्थान थाना क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक अपनी जान को जोखिम में डालकर मूल्यांकन करने अपने स्कूल निकल पड़े है। मूल्यांकन कार्य मे लगे शिक्षक अपने माथे पर जांचने वाली कॉपी और हाथों में अपने चप्पल जूते और कंधे पर अपना बैंग टांगकर जान को जोखिम में डालते हुए अपने ड्यूटी का पालन करने जाते दिख रहे है।
बताया जा रहा है कि कोसी और गंडक नदी में पानी छोड़ने के रफ्तार में कमी आई है। अभी उत्तर बिहार में अगले 48 घंटे तक स्थिति चिंताजनक है। वहीं गंगा भी पटना में खतरे के निशान को फिर पार कर गई। इधर, जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव संतोष कुमार मल्ल ने तीन दिन तक अभियंताओं को अलर्ट रहने को कहा है।
साभार अमर उजाला