महिला महाविद्यालय में छात्रा संगोष्ठी आयोजित
महिला महाविद्यालय किदवई नगर कानपुर में हिंदी विभाग द्वारा हिंदी पखवाड़ा समापन समारोह के अंतर्गत छात्रा संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी का विषय हिंदी विश्व भाषा की ओर कार्यक्रम का शुभारंभ प्राचार्या प्रो अंजू चौधरी ने माँ शारदे की प्रतिमा पर माल्यार्पण तथा दीप प्रज्ज्वलन द्वारा किया। छात्राओं को संबोधित करते हुए प्राचार्या ने कहा कि हिंदी सिर्फ हमारी भाषा ही नहीं अपितु भारतीय संस्कृति की आधार स्तंभ भी है और आज हिंदी भाषा संपूर्ण विश्व में भारतीय गौरव का प्रतीक बन रही है। हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो रश्मि चतुर्वेदी ने बताया कि हिंदी का विश्व के विभिन्न देशों में तेजी से प्रचार प्रसार हो रहा है तथा भविष्य में हिंदी भाषा के क्षेत्र में युवाओं के लिए अनेक अवसर सृजित होंगे। हिंदी विभाग की प्रवक्ता प्रो ज्योति किरण ने अपने संबोधन में कहा कि हिंदी में प्रचुर ज्ञान संपदा संचित है। जिससे देश ही नहीं विदेश में भी इसके प्रति आकर्षण बढ़ रहा है और बड़ी संख्या में लोग इसे सीख रहे हैं। संगोष्ठी में छात्राओं ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया और अपने विचार रखे जिनमें अन्जलि बाजपेयी श्रेया कसौधन सायमा अंजुम सुहानी गुप्ता वंशिका आदि की प्रस्तुति विशेष सराहनीय रही। छात्राओं ने बताया कि विश्व के 150 से अधिक देशों में हिंदी का शिक्षण किया जा रहा है, इसके अतिरिक्त सोशल मीडिया और इंटरनेट में हिंदी का तेजी से बढ़ता प्रयोग इस बात का प्रमाण है कि हिंदी विश्व भाषा बनने की ओर अग्रसर है। संगोष्ठी को सफल बनाने में निर्णायक मंडल प्रो० ज्योति किरण डॉ अंजू श्रीवास्तव डॉ सबा यूनुस की विशेष भूमिका रही। कार्यक्रम का मंच संचालन हिंदी विभाग की शोध छात्रा हिमांशी ने किया। अंत में हिंदी पखवाड़ा समारोह के अंतर्गत आयोजित की गयी विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजयी छात्राओं को पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में महाविद्यालय की लगभग 125 छात्राओं ने सहभागिता की तथा महाविद्यालय की सभी प्रवक्ताएँ भी उपस्थित रहीं। कार्यक्रम के आयोजन में हिंदी विभाग की अध्यक्षा प्रो० रश्मि चतुर्वेदी, प्रो० ज्योति किरण, डॉ० रेनू श्रीवास्तव तथा शोध छात्रा हिमांशी यादव का सक्रिय सहयोग रहा।छात्रा संगोष्ठी के परिणाम इस प्रकार रहे-
प्रथम स्थान सुहानी गुप्ता, द्वितीय स्थान खुशी, तृतीय स्थान युसरा नसीम सांत्वना स्वेच्छा सिंह, अनामिका शुक्ला। हिंदी विभाग द्वारा कक्षा में सर्वाधिक उपस्थिति तथा सर्वश्रेष्ठ छात्रा पुरस्कार से भी 10 छात्राओं को पुरस्कृत किया गया।

