शिक्षक सम्मान समारोह आयोजित
हाटपीपल्या से संजय प्रेम जोशी की रिपोर्ट
हाटपीपल्या- गायत्री शक्तिपीठ हाटपीपल्या में रविवार, 28 सितंबर 2025 को शिक्षक सम्मान समारोह एवं भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा संबंधी गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम दोपहर 2:30 बजे प्रारम्भ हुआ, जिसका संचालन श्री गिरीश चंद्र गुरु एवं श्री विनोद जोशी ने किया। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं गुरु वंदना के साथ किया गया।
समारोह में विशेष अतिथि के रूप में भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा के संयोजक देवीशंकर तिवारी, जिला प्रकोष्ठ प्रमुख प्रमोद निहाले, रमेशचंद्र जायसवाल, श्रीनिवास पंचोली, सुश्री श्यामा तोमर (बागली), आशीष गुप्ता (बागली), रतनलाल सोनी, अशोक कप्तान, एन.पी. सिंह (प्राचार्य), रामप्रसाद खराड़िया (बागली), अरविंद शर्मा (देवास), डॉ. प्रेमचंद पराशर एवं पेंशनर संघ के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मांगीलाल मालवीय उपस्थित रहे। इन सभी अतिथियों का एवं भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा में उत्कृष्ट योगदान देने वाले शिक्षकों एवं प्राध्यापकों का गायत्री परिवार हाटपीपल्या की ओर से माला एवं दुपट्टा पहनाकर सम्मान किया गया। इस अवसर पर तहसील संयोजक राधेश्याम जी सोलंकी ने वर्ष 2024 का परीक्षा संबंधी प्रतिवेदन प्रस्तुत किया एवं इस वर्ष अधिक से अधिक विद्यालयों में ज्ञान परीक्षा आयोजित करने हेतु शिक्षकों, प्राध्यापकों से निवेदन किया।
अपने उद्बोधन में संयोजक देवीशंकर तिवारी ने कहा कि छात्रों के नैतिक एवं चारित्रिक विकास के लिए गायत्री परिवार का यह प्रयास अत्यंत महत्वपूर्ण है। जिला प्रकोष्ठ प्रमुख प्रमोद निहाले ने युवाओं की भूमिका को राष्ट्र की उन्नति का मूल आधार बताया। अन्य वक्ताओं — रमेशचंद्र जायसवाल, श्यामा तोमर, अशोक कप्तान, एन.पी. सिंह, रामप्रसाद खराड़िया, मांगीलाल मालवीय एवं अरविंद शर्मा ने भारतीय संस्कृति की गुरु-शिष्य परंपरा एवं प्राचीन शिक्षा पद्धति पर प्रकाश डालते हुए बताया कि अध्यापकों का स्थान सर्वोपरि है एवं बताया कि भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा छात्रों के बौद्धिक व नैतिक उत्थान के लिए अत्यंत उपयोगी सिद्ध हो रही है।
कार्यक्रम के दौरान शहीद भगत सिंह की जयंती भी मनाई गई तथा शक्तिपीठ के वरिष्ठ कार्यकर्ता स्वर्गीय जीवनसिंह ठाकुर को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
स्वल्पाहार के साथ समारोह का समापन हुआ।

