शुजालपुर में न्याय यात्रा की गूंज — करणी सेना परिवार के प्रमुख ठाकुर जीवन सिंह शेरपुर 15 तारीख को होंगे शामिल, तैयारियां चरम पर
शुजालपुर में करणी सेना की न्याय यात्रा — ठाकुर जीवन सिंह शेरपुर होंगे शामिल, नगर में तैयारियां तेज़!
सूर्या परमार शुजालपुर
शुजालपुर। आने वाली 15 तारीख को करणी सेना परिवार के प्रमुख ठाकुर जीवन सिंह शेरपुर शुजालपुर नगर में न्याय यात्रा में शामिल होने आ रहे हैं। इस यात्रा को लेकर करणी सेना संगठन में जबरदस्त उत्साह देखने को मिल रहा है।
_जिला संगठन मंत्री नानू बना ने बताया कि ठाकुर जीवन सिंह जी के आगमन को लेकर गांव-गांव जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है। करणी सैनिक लोगों से अपील कर रहे हैं कि सभी अधिक से अधिक संख्या में न्याय यात्रा में सम्मिलित हों और समाज की एकता व न्याय के इस संदेश को आगे बढ़ाएं।
*नानू बना ने आगे बताया कि यह न्याय यात्रा शुजालपुर सिटी के किशनदीप गार्डन से प्रारंभ समय सुबह 11 बजे होगी, जो नगर के प्रमुख मार्गों से होते हुए शिवाजी चौक पहुंचेगी, जहां छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया जाएगा। इसके बाद यात्रा मंडी मार्ग से होती हुई कृषि उपज मंडी परिसर में सम्पन्न होगी।
यात्रा में बड़ी संख्या में करणी सैनिकों और समाजजनों के शामिल होने की संभावना है। नगर में ठाकुर जीवन सिंह शेरपुर के स्वागत की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं। जगह-जगह स्वागत द्वार और स्वागत मंच बनाए जा रहे हैं।
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“देशभक्ति और जनसेवा” सिर्फ दीवारों पर लिखा नारा — हकीकत में रिश्वत का कारोबार!
रक्षक बना भक्षक: रिश्वत लेते पकड़ा गया एएसआई, वर्दी पर लगा शर्मनाक दाग
_सूर्या परमार शुजालपुर
शाजापुर। हर थाने की दीवारों पर बड़े गर्व से लिखा होता है — _देशभक्ति जनसेवा हमारी पहचान”
लेकिन जब वही वर्दी पहनने वाला कानून का रखवाला गरीब से पैसा मांगने लगे, तो यह नारा सिर्फ दीवार पर टंगा एक झूठ बनकर रह जाता है।
शाजापुर ज़िले के बेरछा थाना क्षेत्र से ऐसा ही एक वीडियो सामने आया है जिसने पूरे जिले में पुलिस की ईमानदारी पर सवालिया निशान खड़े कर दिए हैं।
थाने में पदस्थ एएसआई भंवर सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिसमें वह खुलेआम रिश्वत मांगते हुए सुनाई दे रहा है।
वीडियो में एएसआई के शब्द कानों में गूंजते हैं —
> “गंभीर मामलों में पुलिस को पैसा लेना ही पड़ता है… एडीपीओ को देना होता है, एसपी से भी संपर्क रहता है…”
यह बयान केवल एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि पूरे सिस्टम की सड़ांध को उजागर करता है।
जहां जनता उम्मीद करती है कि रक्षक उसकी रक्षा करेंगे, वहीं अब वही रक्षक भक्षक बन बैठे हैं।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, एएसआई भंवर सिंह लंबे समय से बेरछा थाने में पदस्थ था और क्षेत्र में अपनी गहरी पकड़ बनाए हुए था।
लेकिन वीडियो सामने आने के बाद एसपी शाजापुर ने तत्काल कार्रवाई करते हुए उसे लाइन अटैच कर दिया है।
लोगों का गुस्सा भी अब सड़कों तक पहुंच गया है —
> “जब पुलिस ही दलाल बन जाए तो इंसाफ की उम्मीद कहां से करें?”
_अब सवाल यह है —
क्या देशभक्ति और जनसेवा सिर्फ दीवारों पर लिखे नारे हैं?
क्या इस तरह की घटनाएं पूरे पुलिस तंत्र की साख को नहीं चीर रही हैं?
और क्या जनता का पुलिस पर भरोसा अब बच पाएगा?
यह मामला केवल एक एएसआई का नहीं, बल्कि उस सोच का आईना है जो वर्दी को सेवा नहीं, सत्ता और सौदेबाज़ी का प्रतीक मान बैठी है।
अगर अब भी विभाग ने सख्त रुख नहीं अपनाया, तो “देशभक्ति जनसेवा” का नारा आने वाली पीढ़ियों के लिए सिर्फ एक धोखा बनकर रह जाएगा।

