बामनिया रेल स्टेशन पर नहीं है कोच गाइडेन्स बोर्ड, यात्रियों को होती है परेशानी
ट्रेन छूटने की बनी रहती है आशंका
झाबुआ : राजेश सोनी
रतलाम गोधरा रेलखण्ड पर स्थित झाबुआ जिले के प्रमुख रेल स्टेशन बामनिया में कोच गाइडेन्स बोर्ड नहीं है जिससे आरक्षित एवं सामान्य दोनों श्रेणी के यात्रियों को रोजाना परेशानी का सामना करना पड़ता है, यात्रियों को ट्रेन में कोच की स्थिति पता नहीं चल पाती है और एन ट्रेन आने पर यात्रियों को दौड़भाग करना पड़ती है ऐसे में महिलाओ, बच्चो और बुजुर्गो को बहुत परेशान होना पड़ता है, और कई बार ट्रेन तक छूटने का डर बना रहता है
होती है परेशानी
बामनिया रेल स्टेशन पर लोकल ट्रेनों के अलावा जम्मूतवी, अवंतिका,अवध एवं देहरादून एक्सप्रेस ट्रेनों का मुख्य रूप से स्टापेज़ है जिनमे आरक्षित एवं सामान्य कोच के स्थान प्रतिदिन आने जाने में परिवर्तित होते रहते है, इन रेलगाड़ियों में आरक्षित एवं सामान्य टिकिट के साथ रेल यात्रा करने वाले यात्रियों को वांछित कोच का पता ही नहीं चल पाता है और ठीक गाडी आने पर प्लेटफार्म पर अपने कोच तक पहुंचने की मशक्क़त करना पड़ती है
आरक्षित टिकिट वाले यात्रियों को अपने वांछित कोच के स्थान का पता ही नहीं चल पाता है
इनका कहना है
आरक्षित के साथ सामान्य श्रेणी के यात्रियों को ट्रेन आने पर कोच के लिए भागदौड़ करते देखा जाता है, यहां कोच गाइडेन्स बोर्ड जल्द लगाना चाहिए
स्वप्निल वागरेचा, व्यवसायी
बामनिया रेल स्टेशन पर पेटलावद एवं थांदला सहित राजस्थान के सीमावर्ती ग्रामो के लोग रेल सुविधा के लिए आते है, आरक्षण टिकिट के साथ भी यहां से यात्रा करते है, स्टेशन पर कोच संकेतक बोर्ड लगाया जाना आवश्यक है
अजयसिंह सिसोदिया, सामाजिक कार्यकर्त्ता
जल्द होंगे प्रयास
मंडल के कुछ रेल स्टेशनो पर कोच गाइडेन्स बोर्ड हाल ही मैं लगाए गए है, बामनिया रेल स्टेशन पर भी इसकी आवश्यकता है, जल्द ही प्रक्रिया की जाएगी
खेमराज मीणा, जनसंपर्क अधि, रतलाम रेल मंडल

