एशिया कप राइजिंग स्टार्स 2025: सुपर ओवर के रोमांच में भारत ए को मिली हार, बांग्लादेश ए ने फाइनल में बनाई जगह
दोहा। भारत ए और बांग्लादेश ए के बीच शुक्रवार को खेला गया एशिया कप राइजिंग स्टार्स 2025 का पहला सेमीफाइनल मुकाबला रोमांच से भरपूर रहा। अकबर अली की कप्तानी वाली बांग्लादेश की टीम ने भारत ए को सुपर ओवर में हराकर फाइनल में जगह बना ली। इस टूर्नामेंट का खिताबी मुकाबला रविवार को दोहा में खेला जाएगा, जिसमें बांग्लादेश का सामना पाकिस्तान और श्रीलंका में से दूसरा सेमीफाइनल जीतने वाली टीम से होगा।
भारत को आखिरी गेंद पर चार रन चाहिए थे और हर्ष दुबे ने शॉट लगाया जिस पर भारत ने दो रन चुराने की कोशिश की। बांग्लादेश ए टीम आसानी से मैच जीत रही थी, लेकिन कप्तान और विकेटकीपर अकबर अली ने रन आउट करने की कोशिश में गेंद को स्टंप्स की तरफ थ्रो किया। गेंद स्टंप्स को मिस करके ऑफ साइड की तरफ गई जिससे हर्ष और नेहल वढेरा ने तीन रन जुटाए। इस तरह भारत का स्कोर भी 20 ओवर की समाप्ति के बाद छह विकेट पर 194 रन हो गया। बांग्लादेश कप्तान की गलती से मैच टाई हो गया और अब नतीजे के लिए सुपर ओवर का इंतजार करना पड़ा।
भारतीय टीम के पास फाइनल में पहुंचने का एक सुनहरा अवसर था। भारत की ओर से सुपर ओवर में बल्लेबाजी के लिए कप्तान जितेश शर्मा और रमनदीप सिंह उतरे। आश्चर्य की बात यह रही कि विस्टफोटक बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी को सुपर ओवर में बल्लेबाजी के लिए नहीं भेजा गया। बांग्लादेश के लिए रिपोन गेंदबाजी करने आए। उन्होंने पहली ही गेंद पर जितेश को बोल्ड कर दिया। इसके बाद आशुतोष शर्मा उतरे, लेकिन अगली ही गेंद पर ऊंचा शॉट खेलने के चक्कर में वह भी कैच आउट हो गए। इस तरह भारत सुपर ओवर में पूरे छह गेंद भी नहीं खेल सका और एक भी रन नहीं बना पाया। बांग्लादेश को सुपर ओवर में एक रन की जरूरत थी। सुयष शर्मा की गेंद पर यासिर अली ने बड़ा शॉट खेला और रमनदीप ने बाउंड्री पर शानदार कैच पकड़ा। अब बांग्लादेश ने भी एक विकेट गंवा दिया था। फिर अकबर बल्लेबाजी के लिए उतरे, लेकिन सुयष ने वाइड गेंद फेंकी और बांग्लादेश फाइनल में पहुंचने में सफल रहा।
दोहा में खेले गए पहले सेमीफाइनल मुकाबले में भारत का सामना बांग्लादेश से हुआ। टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी बांग्लादेश ए ने 20 ओवर में छह विकेट पर 194 रन बनाए। हबिबुर रहमान सोहन और जीशान आलम ने अच्छी शुरुआत दिलाई। दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 43 रनों की साझेदारी हुई, जिसे गुरजपनीत सिंह ने तोड़ा। उन्होंने जीशान को अपना शिकार बनाया। वह 14 गेंदों में 26 रन बनाकर लौटे। इसके बाद जावद अबरार (13) को 10वें ओवर में रमनदीप ने पवेलियन भेजा। चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए कप्तान अकबर अली भी बड़ी पारी नहीं खेल पाए और सिर्फ नौ रन बनाकर आउट हो गए जबकि अबु हाइदर खाता भी नहीं खोल सके। इस दौरान हबिबुर ने अर्धशतक पूरा किया और 46 गेंदों में तीन चौके और पांच छक्के की मदद से 65 रन बनाकर आउट हुए। वहीं, एसएम मेहरोब ने 18 गेंदों में 48 रनों की तूफानी पारी खेली। इस दौरान उनके बल्ले से एक चौका और छह गगनचुंबी छक्के निकले। यासिल अली ने 17* और माहिदुल इस्लाम एनकोन ने एक रन बनाया। वहीं, भारत के लिए गुरजपनीत ने दो विकेट लिए जबकि हर्ष, सुयश, रमनदीप और नमन को एक-एक सफलता मिली।
195 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम को वैभव सूर्यवंशी और प्रियांश आर्या की जोड़ी ने अच्छी और तेज शुरुआत दिलाई। दोनों के बीच पहले विकेट के लिए 53 रनों की साझेदारी हुई, जो चौथे ओवर में टूटी। अब्दुल गफ्फार सकलैन ने युवा बल्लेबाज सू्र्यवंशी को जीशान आलम के हाथों कैच कराया। वह 15 गेंदों में 38 रन बनाकर पवेलियन लौटे। इसके बाद टीम को दूसरा झटका अबु हाइदर ने दिया। उन्होंने नमन धीर (7) को आउट किया। 66 पर दो विकेट गिरने के बाद भारत को एक बड़ी साझेदारी की जरूरत थी, लेकिन टीम को तीसरा झटका सेट बल्लेबाज प्रियांश आर्या के रूप में लगा। रकिबुल हसन ने 24 वर्षीय बल्लेबाज को जीशान के हाथों कैच कराया। प्रियांश इस मैच में 44 रनों की पारी खेलकर आउट हुए। वहीं, जितेश शर्मा ने 23 गेंदों में 33 रन बनाए। भारत के लिए इस मैच में रमनदीप ने 17, आशुतोष शर्मा ने 13 रन बनाए जबकि नेहल वढेरा 32 और हर्ष दुबे तीन रन बनाकर नाबाद रहे। बांग्लादेश ए के लिए अबु हाइदर और रकिबुल हसन ने दो-दो विकेट झटके जबकि रिपोन मंडल और सकलैन ने एक-एक सफलता अपने नाम की।
साभार अमर उजाला

