PM मोदी के आह्वान पर आज जी-20 नेताओं का वर्चुअल शिखर सम्मेलन, जस्टिन ट्रूडो होंगे शामिल
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर आज जी-20 नेताओं का वर्चुअल शिखर सम्मेलन का आयोजन होने जा रहा है। इस बैठक में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन तो शामिल होंगे। इसके अलावा इसमें कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के भी शामिल होने की संभावना है। हालांकि इस बैठक से अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग नहीं शामिल हो रहे हैं।
इस बैठक में ट्रूडो के शामिल होने की पुष्टि कनाडाई प्रधानमंत्री के कार्यालय ने भी की है। एक वरिष्ठ भारतीय अधिकारी ने भी इसकी पुष्टि की है। आपको बता दें कि दो महीने से अधिक समय में यह पहली बार होगा जब कनाडा का कोई कैबिनेट मंत्री और प्रधानमंत्री भारतीय या भारत के नेतृत्व वाले कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे।
यह वर्चुअल बैठक 9 और 10 सितंबर को नई दिल्ली में नेताओं के व्यक्तिगत शिखर सम्मेलन के बाद होगी। इसमें दिल्ली घोषणा पर विचार-विमर्श होने की उम्मीद है।
नई दिल्ली में पीएम मोदी और जस्टिन ट्रूडो के बीच द्विपक्षीय बैठक में कनाडा और भारत के बीच तनाव स्पष्ट हो गई थी। कनाडाई पीएमओ के बयान के अनुसार, ट्रूडो ने उस समय कानून के शासन, लोकतांत्रिक सिद्धांतों और राष्ट्रीय संप्रभुता का सम्मान करने के महत्व को उठाया था।
साभार लाइव हिन्दुस्तान
पीएम मोदी ने सीएम धामी से फोन पर ली बचाव कार्यों की जानकारी, रातभर ड्रिलिंग का चला काम
उत्तरकाशी। दिवाली के दिन उत्तरकाशी की निर्माणाधीन सुरंग में हुए हादसे में फंसे 41 श्रमिकों को अभी तक बाहर नहीं निकाला जा सका है। रेस्क्यू का आज 11वां दिन है। बीआरओ कार्यकर्ता सरोज मांझी ने बताया कि कुल 37 श्रमिक सड़क निर्माण के लिए पहाड़ी पर जा रहे हैं। जहां तक लक्ष्य था वहां तक सड़क निर्माण का कार्य पूरा कर लिया गया है और मशीनें भी पहुंच गई हैं।
पीएम मोदी ने आज सुबह सीएम धामी को फोन कर सिलक्यारा टनल में फंसे श्रमिकों के लिए भोजन, दवाइयां, अन्य आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति एवं उन्हें सकुशल बाहर निकालने हेतु चल रहे बचाव कार्यों की जानकारी ली।
सिलक्यारा सुरंग में फंसे श्रमिकों को बचाने के लिए मंगलवार रात भर ड्रिलिंग का काम चला। ऑगर मशीन से 800 एमएम के छह पाइप डाले जा चुके हैं। 36 मीटर तक ड्रिलिंग की जा चुकी है। सातवें पाइप की वेल्डिंग का काम चल रहा है। ड्रिलिंग सकारात्मक दिशा में बढ़ रही है। अब सुरंग में करीब 20 से 22 मीटर की दूरी रह गई है। मजदूर करीब 56 मीटर अंदर हैं। ऐसे में रेस्क्यू आपरेशन के लिए आज का दिन अहम है।
साभार अमर उजाला