महाकाल की पूजा अर्चना करते पीएम मोदी

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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उज्जैन महाकाल कॉरिडोर के पहले फेज का उद्घाटन किया। इससे पहले पीएम मोदी ने महाकाल मंदिर में पूजा-अर्चना और गर्भगृह में मंत्र जाप भी किया। कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत तमाम नेता मौजूद थे। महाकाल कॉरिडोर के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि महाकाल का बुलावा आया, और ये बेटा आये बिना कैसे रह सकता है।

कॉरिडोर के उद्घाटन के बाद क्या बोले पीएम मोदी?

पीएम मोदी ने संबोधन के दौरान कहा कि भगवान महाकाल एकमात्र ऐसे ज्योतिर्लिंग हैं जो दक्षिण मुखी है। ये शिव के ऐसे स्वरूप हैं जिनकी भस्म आरती पूरे विश्व में प्रसिद्द है। हर भक्त जीवन में एक बार भस्म आरती का दर्शन जरूर करना चाहता है। पीएम मोदी ने कहा कि जब महाकाल का आशीर्वाद मिलता है तो काल की रेखाएं मिट जाती हैं। समय की सीमाएं मिट जाती हैं। अंत से अनंत की यात्रा आरंभ हो जाती है।

“महाकाल का बुलावा आये तो ये बेटा बिन आये कैसे रह सकता है?”

पीएम मोदी ने कहा कि यहां कुंभ लगता है लोग लाखों लोग जुटते हैं। हजारों साल से कुंभ मेले की परंपरा में सामूहिक मंथन के बाद जो अमृत निकलता है उसे संकल्प लेकर 12 साल तक उसे क्रियान्वित करने की परंपरा रही है। पिछले कुंभ मिले में मुझे यहां आने का सौभाग्य मिला था। पीएम मोदी ने कहा कि महाकाल का बुलावा आये तो ये बेटा बिन आये कैसे रह सकता है? तब मैं हजारों विचारों से घिरा हुआ था और जो भाव बन गया वो संकल्प बन गया। आज वो सृष्टि के रूप में नजर आ रहा है।

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