आस्था, परंपरा और भाईचारे का संगम, मायापुरी गणेश मंदिर में चौरसिया समाज का भव्य भुजलिया उत्सव
राजेश धाकड़
इंदौर। मायापुरी गणेश मंदिर परिसर में रविवार को चौरसिया समाज द्वारा पारंपरिक भुजलिया उत्सव का भव्य आयोजन किया गया। सुबह से ही मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी और पूरा वातावरण भक्ति और उल्लास से सराबोर हो गया।
समाज के अध्यक्ष काशीराम चौरसिया एवं वरिष्ठ सदस्य रामेश्वर चौरसिया ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए पर्व के धार्मिक, सांस्कृतिक और सामाजिक महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि भुजलिया उत्सव केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक नहीं, बल्कि यह हमारी कृषि परंपराओं, जल संरक्षण और समाज में एकजुटता को बढ़ावा देने का माध्यम भी है। वक्ताओं ने युवाओं से इस सांस्कृतिक धरोहर को सहेजने और आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने का आह्वान किया। साथ ही समाज में भाईचारा और सहयोग की भावना बनाए रखने पर बल दिया।
पूजा-अर्चना, शोभायात्रा और प्रसादी वितरण के दौरान मंदिर परिसर भक्तिमय वातावरण से गूंज उठा। भजनों और जयकारों ने माहौल को और पवित्र बना दिया। समाज के सभी वर्गों ने उत्साहपूर्वक भाग लेकर सामूहिक रूप से सुख-समृद्धि और समय पर वर्षा की कामना की।