447वीं बाबा लखीशाह बंजारा जयंती पर भव्य आयोजन सम्पन्न
राजेश धाकड़
नई दिल्ली। देश के महान त्यागी, सामाजिक समरसता के प्रतीक और बलिदान की प्रतिमूर्ति बाबा लखीशाह बंजारा जी की 447वीं जयंती श्रद्धा, भक्ति और गरिमामय आयोजन के साथ मनाई गई। इस ऐतिहासिक अवसर पर आयोजित भव्य समारोह में देशभर से हजारों श्रद्धालु, साधु-संत, समाजसेवी एवं विचारक शामिल हुए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पूर्व सांसद श्री उमेश जाधव ने बाबा लखीशाह जी के बलिदान को राष्ट्र और समाज के लिए "अनुपम प्रेरणा" बताया। उन्होंने कहा कि बाबा जी का जीवन हमें निःस्वार्थ सेवा, धर्म रक्षा और सामाजिक समरसता की शिक्षा देता है।
विशिष्ट अतिथियों में पोहरादेवी, महाराष्ट्र से श्री शेखर महाराज, चारूकेसर आश्रम से श्री राधे चैतन्य महाराज, श्री अनंत पंवार, भारत जी पारिक और पुरुषोत्तम लाखा जी उपस्थित रहे। सभी वक्ताओं ने बाबा जी के जीवन संघर्ष, सामाजिक योगदान और आध्यात्मिक मूल्यों को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम का संचालन मुंबई से पधारे श्री राम राठौर ने अत्यंत प्रभावशाली और अनुशासित शैली में किया, जिससे कार्यक्रम में भावनात्मक प्रवाह बना रहा।
यह आयोजन केवल एक जयंती नहीं, बल्कि समाज की एकजुटता, सांस्कृतिक परंपरा और ऐतिहासिक चेतना का अद्भुत संगम बन गया। बाबा लखीशाह जी की स्मृति ने यह संदेश दिया कि जब समाज अपने इतिहास और मूल्यों से जुड़ता है, तब नई पीढ़ी को न केवल दिशा मिलती है, बल्कि ऊर्जा भी प्राप्त होती है।