संगम तट पर उमड़ा श्रद्धालुओं का सैलाब, 60 लाख लोगों ने लगाई डुबकी

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प्रयागराज। आधिकारिक स्नान दिवस से दो दिन पहले ही लाखों श्रद्धालुओं ने पवित्र स्नान करना शुरू कर दिया था, जो दर्शाता है कि 45 दिनों तक चलने वाला महाकुंभ 2025 उत्तर प्रदेश सरकार के भीड़ अनुमान से अधिक हो सकता है।
देश और दुनिया भर से भक्तों का एक समूह न केवल जप, ध्यान और आध्यात्मिक पूर्ति और महाकुंभ की अद्वितीय सांस्कृतिक विरासत का अनुभव करने के लिए भी एकत्र हुआ। पवित्र शहर प्रयागराज में संगम नोज सहित स्थायी और अस्थायी घाटों पर भारी भीड़ इस असाधारण घटना की गवाह बनी।
संगम नोज सहित सभी प्रमुख घाटों पर पवित्र डुबकी लगाते समय श्रद्धालु "हर हर महादेव," "जय श्री राम," और "जय बजरंग बली" के नारे लगाते दिखे। बिहार, हरियाणा, बंगाल, ओडिशा, दिल्ली, उत्तराखंड, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश जैसे विभिन्न राज्यों से तीर्थयात्रियों को बड़ी संख्या में भाग लेते देखा गया।
पौष पूर्णिमा पर अपने गहन आध्यात्मिक अनुशासन के लिए जाने जाने वाले कल्पवासियों ने 'मोक्षदायिनी' संगम में पवित्र डुबकी लगाई और अपने 45 दिवसीय आध्यात्मिक एकांतवास की शुरुआत की। कल्पवासी महाकुंभ अवधि के दौरान ब्रह्मचर्य, न्यूनतम जीवन और नियमित प्रार्थना की सख्त प्रतिज्ञा का पालन करते हैं। उन्होंने न केवल अपनी व्यक्तिगत आध्यात्मिक उन्नति के लिए बल्कि मानवता के कल्याण के लिए भी प्रार्थना की।
भव्य महाकुंभ 2025 आस्था, भक्ति और आध्यात्मिक एकता के जबरदस्त प्रदर्शन के साथ शुरू हुआ, जिसने 144 वर्षों में एक बार देखी गई आध्यात्मिक भव्यता की याद दिला दी। अटूट विश्वास, गहरी भक्ति, खुशी और भावनात्मक उत्साह से भरी विशाल मंडली ने इस पवित्र कार्यक्रम को आध्यात्मिकता और मानवीय संबंध के वैश्विक संगम में बदल दिया।
साभार अमर उजाला

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