नशा और नया साल: नई शुरुआत का समय, बुरी आदतों से छुटकारा

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- रणजीत टाइम्स | संपादक: गोपाल गावंडे
नया साल हर किसी के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक होता है। यह वह समय है जब हम अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए संकल्प लेते हैं। लेकिन क्या हम अपने समाज की उन बुरी आदतों से मुक्ति के बारे में सोचते हैं जो हमारी जड़ों को खोखला कर रही हैं? ऐसी ही एक बुरी आदत है नशा।
नशा, चाहे वह शराब, तंबाकू, या अन्य मादक पदार्थों का हो, न केवल व्यक्ति के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है, बल्कि समाज, परिवार और देश की प्रगति में भी बाधा डालता है।
नशा: एक धीमा ज़हर
नशा केवल व्यक्तिगत जीवन को ही नहीं, बल्कि पूरे समाज को नुकसान पहुंचाता है। यह एक धीमा ज़हर है, जो व्यक्ति की शारीरिक, मानसिक और आर्थिक स्थिति को पूरी तरह से खत्म कर देता है।
1. स्वास्थ्य पर प्रभाव:
नशा करने वाले लोग बीमारियों जैसे कैंसर, हृदय रोग और मानसिक विकारों के शिकार हो जाते हैं।
शराब और नशीली दवाओं के सेवन से सड़क दुर्घटनाओं और हिंसक घटनाओं में वृद्धि होती है।
2. परिवार का टूटना:
नशा केवल व्यक्ति को ही नहीं, बल्कि पूरे परिवार को बर्बाद कर देता है।
घरेलू हिंसा, बच्चों की अनदेखी और आर्थिक तंगी जैसी समस्याएं नशे की वजह से पैदा होती हैं।
3. युवाओं का पतन:
युवाओं में नशे की लत तेजी से बढ़ रही है। यह उनके करियर और भविष्य को अंधकार में ढकेल रहा है।
नशा युवाओं को अपराध और असामाजिक गतिविधियों की ओर ले जाता है।
4. समाज और देश पर प्रभाव:
नशा करने वाले लोग समाज पर बोझ बन जाते हैं।
उत्पादकता में कमी और अपराध दर में वृद्धि देश की प्रगति में बाधा डालती है।
नए साल का संदेश: नशामुक्त जीवन की ओर कदम
नए साल का असली अर्थ तभी है जब हम अपनी बुरी आदतों को छोड़कर एक बेहतर जीवन जीने की शुरुआत करें। नशामुक्त जीवन न केवल हमारे स्वास्थ्य के लिए, बल्कि समाज और देश के लिए भी आवश्यक है।
क्या कर सकते हैं?
1. संकल्प लें:
इस नए साल पर नशा छोड़ने का संकल्प लें।
परिवार और दोस्तों को भी इस दिशा में प्रेरित करें।
2. जागरूकता बढ़ाएं:
नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान चलाएं।
स्कूलों, कॉलेजों और कार्यस्थलों पर नशा मुक्ति के कार्यक्रम आयोजित करें।
3. समर्थन और मदद:
नशा छोड़ने वालों को भावनात्मक और मानसिक समर्थन दें।
नशा मुक्ति केंद्रों और विशेषज्ञों की मदद लें।
4. कानून और समाज:
नशीली वस्तुओं की बिक्री और वितरण पर सख्त नियंत्रण रखें।
सरकार और समाज के प्रबुद्ध वर्ग मिलकर नशे के खिलाफ सख्त कदम उठाएं।
नया साल: नई दिशा
नशा केवल व्यक्तिगत समस्या नहीं है, यह समाज और देश की उन्नति में एक बड़ी बाधा है। इस नए साल पर हमें एकजुट होकर नशा मुक्त समाज बनाने का संकल्प लेना चाहिए।
रणजीत टाइम्स आपसे अपील करता है कि आप इस नए साल को अपनी बुरी आदतों को छोड़ने और एक स्वस्थ, सकारात्मक जीवन जीने की शुरुआत के रूप में लें। नशा मुक्त समाज ही सही मायने में उन्नत और खुशहाल समाज का निर्माण कर सकता है।

आप सभी को नए साल की हार्दिक शुभकामनाएं।

 गोपाल गावंडे, संपादक रणजीत टाइम्स

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