"अक्षय तृतीया – नई शुरुआत और अनंत संभावनाओं का पर्व"

  • Share on :

रणजीत टाइम्स | संपादक के लेख
दिनांक: 10 मई 2025 (अक्षय तृतीया विशेष)


अक्षय तृतीया भारतीय संस्कृति का एक ऐसा पर्व है, जो न केवल शुभता और समृद्धि का प्रतीक है, बल्कि हर व्यक्ति को जीवन में नई राहें अपनाने की प्रेरणा भी देता है। "अक्षय" का अर्थ है — जो कभी क्षय न हो।
इस दिन किया गया कोई भी शुभ कार्य — चाहे वह व्यापार हो, निवेश हो, शिक्षा हो या सेवा — अक्षय पुण्यफल देने वाला माना गया है।
वर्तमान दौर में जब समय की गति तेज हो गई है और परिवर्तन की लहरें चारों ओर हिलोरें ले रही हैं, अक्षय तृतीया हमें स्थिरता, आशा और निरंतर प्रगति का संदेश देती है। यह दिन जीवन में नए संकल्प लेने, अपने लक्ष्यों को फिर से परिभाषित करने और उन्हें दृढ़ता से पाने का अवसर है।
आज का समय सिर्फ व्यक्तिगत विकास का नहीं, बल्कि सामूहिक उन्नति का है। परिवार, समाज और राष्ट्र — तीनों स्तर पर हमें एक नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ना चाहिए। अक्षय तृतीया का सच्चा अर्थ तभी सार्थक होता है जब हम अपनी व्यक्तिगत सफलताओं के साथ समाज के विकास में भी भागीदार बनें।
रणजीत टाइम्स परिवार इस पावन अवसर पर अपने सभी पाठकों, सहयोगियों और शुभचिंतकों को हार्दिक शुभकामनाएं देता है।
ईश्वर से प्रार्थना है कि आपके जीवन में भी सौभाग्य, समृद्धि और सफलता अक्षय बनी रहे।

आपका —
गोपल गावंडे
(प्रधान संपादक, रणजीत टाइम्स)

Latest News

Everyday news at your fingertips Try Ranjeet Times E-Paper