माताजी विसर्जन पर तालाब पर बवाल, सिल्वर पार्क और पानोद गांव के लोग आमने-सामने
इंदौर (रंजीत टाइम्स)।
दशहरे के दिन इंदौर बायपास स्थित सिल्वर पार्क कॉलोनी और पानोद गांव के बीच माताजी विसर्जन को लेकर भारी विवाद हो गया। तालाब का गेट बंद होने से शुरू हुआ मामूली विवाद मारपीट और झूमाझटकी में बदल गया। इस घटना ने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है।
घटना कैसे हुई
फरियादी वरुण राजपूत (25 वर्ष), निवासी सिल्वर पार्क कॉलोनी फेस-01 ने पुलिस को दी रिपोर्ट में बताया कि वह और कॉलोनी के रहवासी तथा युवा उत्सव समिति के कार्यकर्ता 2 अक्टूबर को दोपहर करीब 1.25 बजे माता जी का विसर्जन करने पानोद तालाब पहुँचे थे। वहाँ पहुँचने पर तालाब का गेट बंद मिला।
काफी देर तक सरपंच सत्यनारायण बोड़ाना और उनके पुत्र का इंतज़ार करने के बाद भी गेट नहीं खोला गया। इसके बाद युवाओं ने ताला तोड़ दिया और आरती शुरू कर दी।
इसी बीच पानोद गांव से भी एक जुलूस विसर्जन के लिए आया। गेट तोड़ने की बात पर गांववालों ने आपत्ति जताई और फोन कर अपने साथियों को बुला लिया। थोड़ी ही देर में दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और विवाद मारपीट में बदल गया।
मारपीट और गहनों की चोरी का आरोप
रिपोर्ट के अनुसार झगड़े में वरुण राजपूत के कपड़े फाड़ दिए गए और गले पर चोट पहुँची। झूमाझटकी में उनकी चैन गिर गई। साथी जितेन्द्र पाटीदार के कपड़े भी फाड़ दिए गए। वहीं बीच-बचाव करने पहुँचे रवि पाटीदार की सोने की अंगूठी गायब हो गई और चश्मा टूट गया।
नामजद आरोपी
फरियादी ने आरोप लगाया कि मारपीट करने वालों में योंगेन्द्र सिंह, रामपाल सिंह, रमन सिंह, विनोद और अन्य साथी शामिल थे। सभी आरोपी नशे की हालत में थे। घटना स्थल पर मौजूद समिति के अन्य कार्यकर्ताओं और कॉलोनी के रहवासियों ने भी इस झगड़े की पुष्टि की है।
दर्ज हुई NCR
पुलिस ने मामले में NCR क्रमांक 1065/2025 दर्ज की है।
धारा 115(2) BNS: जान से मारने की धमकी
धारा 352 BNS: मारपीट करना
धारा 324(4) BNS: संपत्ति को नुकसान पहुँचाना
फिलहाल किसी भी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। पीड़ित पक्ष का कहना है कि अगर जल्द कार्रवाई नहीं की गई तो वे आंदोलन करने को मजबूर होंगे।

