पाकिस्तान में TLP प्रदर्शनकारियों और सेना के बीच झड़प, 10 लोगों की मौत... कई पुलिसकर्मी घायल
इस्लामाबाद. पाकिस्तान के मुरीदके में रविवार रात को तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) के प्रदर्शनकारियों और पुलिस और रेंजर्स के बीच हिंसक झड़प हो गई. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे, जिससे कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए. प्रदर्शनकारियों ने अर्धसैनिक बल पर अत्याधुनिक हथियारों से गोलीबारी करने का आरोप लगाया. साथ ही पुलिस और सुरक्षाबलों के जवानों ने इस्लामाबाद के रेड जोन को किले में तब्दील कर दिया है और कई होटलों को खाली करा लिया है.
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, रेंजर्स और पांच जिलों से भेजी गई बड़ी संख्या में पुलिस बलों ने रविवार सुबह मुरीदके के टीएलपी कैंप को घेर लिया.
कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी तहरीक-ए-लब्बैक पाकिस्तान (टीएलपी) ने दावा किया कि पुलिस ने उसके 11 समर्थकों को गोली मार दी और रेंजर्स ने बख्तरबंद वाहन से 70 लोगों को कुचल दिया, जिससे कई लोग घायल हो गए.
प्रदर्शनकारियों ने बताया कि इस्लामाबाद जा रहे मुरीदके में पुलिस और रेंजर्स ने टीएलपी प्रदर्शनकारियों पर खुली गोलीबारी की, जिसमें कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए हैं.
डॉन न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, लाहौर में शुक्रवार को हुई झड़पों में टीएलपी ने अपने 10 से ज्यादा कार्यकर्ताओं की मौत का दावा किया, हालांकि, उनके इस दावे की अभी तक पुष्टि नहीं हुई है.
लाहौर पुलिस के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल ने बताया कि 112 पुलिसकर्मी घायल हुए और कई लापता हैं. प्रदर्शनकारियों ने यातिम खाना चौक, चौबुर्जी, आजादी चौक और शाहदरा जैसे प्रमुख चौराहों पर बैरिकेड्स तोड़ दिए. रविवार को मुरीदके में रेंजर्स और प्रदर्शनकारियों के बीच भारी झड़पें हुईं, जहां प्रदर्शनकारी अमेरिकी दूतावास के पास गाजा समर्थन में प्रदर्शन करने के इरादे से इस्लामाबाद पहुंचने की कोशिश कर रहे थे.
अधिकारी ने बताया, 'मुख्य झड़पें लाहौर के शाहदरा और मुरीदके इलाकों के बीच हुईं, जिसमें दर्जनों पुलिसकर्मी और टीएलपी कार्यकर्ता घायल हो गए.' उन्होंने बताया कि खारियां शहर में जीटी रोड पर वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए एक गड्ढा खोद दिया गया है.
प्रदर्शनकारियों को आगे बढ़ने से रोकने के लिए सराय आलमगीर में झेलम पुल के पास और चेनाब नदी के वजीराबाद की ओर भी खाइयां खोदी गईं.
साभार आज तक

