कांग्रेस ने G7 में PM मोदी की पोप फ्रांसिस से मुलाकात पर उड़ाया मजाक, विवाद बढ़ने पर मांगी माफी
नई दिल्ली. इटली के अपुलिया में हाल ही में G7 समिट में पीएम मोदी की उपस्थिति चर्चा में रही. इस दौरान इटली की पीएम जॉर्जिया मेलोनी से लेकर कई वैश्विक नेताओं से उनकी मुलाकात पर दुनियाभर की नजरें रही. लेकिन पोप फ्रांसिस से उनकी मुलाकात को लेकर कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने आ गए हैं. G7 में पोप फ्रांसिस से पीएम मोदी की मुलाकात की तस्वीर वायरल होने के बाद कांग्रेस की केरल इकाई ने तंज कसते हुए एक सोशल मीडिया पोस्ट की थी. इस पोस्ट में कहा गया कि आखिरकार, पोप को God से मिलने का मौका मिल गया! दरअसल प्रधानमंत्री मोदी के पिछले बयान के संदर्भ में ये पोस्ट की गई थी, जिसमें पीएम मोदी ने कहा था कि उन्हें भगवान ने किसी विशेष उद्देश्य के साथ धरती पर भेजा है.
हालांकि, इस पोस्ट पर विवाद के बाद कांग्रेस ने इसे सोशल मीडिया से हटा लिया. लेकिन बीजेपी ने कांग्रेस को घेरते हुए इसकी कड़ी निंदा की और पार्टी पर पीएम मोदी और पोप फ्रांसिस दोनों का अपमान करने का आरोप लगाया.
केरल बीजेपी के अध्यक्ष के. सुरेंद्रन ने ट्वीट कर कहा कि ऐसा लगता है कि केरल कांग्रेस का एक्स सोशल मीडिया हैंडल कट्टरपंथियों या अर्बन नक्सल द्वारा चलाया जा रहा है. इस पोस्ट से लगातार नेताओं के खिलाफ आपत्तिजनक और अपमानजनक कंटेंट पोस्ट किए जा रहे हैं. अब, ये लोग पोप फ्रांसिस और ईसाई समुदाय तक का मजाक बनाने की हद तक गिर गए हैं.
उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और केसी वेणुगोपाल से इस पर जवाब मांगा. केरल बीजेपी महासचिव जॉर्ज कुरियन ने कहा कि ये पोस्ट आपत्तिजनक है और इससे धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं, विशेष रूप से केरल के लोगों की.
बीजेपी आईटी सेल के प्रभारी अमित मालवीय ने कहा कि हिदुओं का मखौल उड़ाने और उनके धर्म का अपमान करने के बाद कांग्रेस का इस्लामिक-मार्क्सवादी धड़ा अब ईसाइयों का अपमान कर रहा है. वो भी तब, जब कांग्रेस की सबसे लंबी समय तक अध्यक्ष रहीं सोनिया गांधी खुद एक कैथोलिक हैं. उन्हें ईसाइयों से माफी मांगनी चाहिए.
बीजेपी के इन आरोपों पर कांग्रेस ने पोप फ्रांसिस के बयान का हवाला देते हुए कहा कि भगवान के बारे में मजाक करना अधर्म नहीं है.
कांग्रेस ने के सुरेंद्रन और जॉर्ज कुरियन को टैग करते हुए पोस्ट में कहा कि बैटर लक नेक्सट टाइम...
केरल प्रदेश कांग्रेस समिति के उपाध्यक्ष वीटी बलराम ने पार्टी की इस पोस्ट का बचाव करते हुए कहा कि यह एक व्यंग्य की तरह था, जिसका उद्देश्य पीएम मोदी के जनसंपर्क प्रयासों के खोखलेपन को उजागर करना था. मोदी जी ने खुद कहा है कि वह सामान्य शख्स नहीं है बल्कि उन्हें भगवान ने भेजा है. ये ट्वीट ही पूरी तरह से व्यंग्यात्मक है.
हालांकि, पोस्ट पर मचे घमासान के बाद कांग्रेस की केरल इकाई ने इसे डिलीट कर दिया और ईसाइयों को भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक तौर पर ठेस पहुंचाने के लिए माफी मांगी.
साभार आजल तक