देवास पुलिस ने शिकार करने व तस्करी करने वाले पांच आरोपी को किया गिरफ्तार
देवास। नर्मदा नदी के किनारे रहने वाले वन्यजीवों का अवैध हथियार से शिकार करने व तस्करी करने वाले पांच आरोपियों को सतवास थाना पुलिस ने पकड़ा है। इसको लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय में बुधवार को एक प्रेस वार्ता आयोजित हुई।
एडिशनल एसपी जयवीर सिंह भदोरिया ने बताया कि जयंती माता जंगल के कच्चे रास्ते में कुछ लोगों के होने की सूचना मिली थी, जो वन्य जीव तेंदुए की खाल और नाखून बेचने के इरादे से वहां पर थे। पुलिस ने जब वहां पर दबीश दी तो वहां से तीन आरोपी पकड़े गए।
इन आरोपियों के पास से तेंदुए की खाल, तेंदुए के नाखून, अवैध बंदूकें वह अन्य सामान जब्त हुआ है। जब उनसे पूछताछ की गई तो उन्होंने रामनिवास से बंदूक खरीदना बताया और उनके बताए गए स्थान पर दबीश दी तो रामनिवास के लड़के कुलदीप और धर्मेंद्र वहां पर बंदूक के बना रहे थे, जिस पर उन्हें पकड़ा गया है।
इन्हें बारूद सप्लाई मुर्तजा करता है, जोकि देवास का निवासी है। मामले को लेकर पुलिस ने शिकार करने वाले मुंशी राम उर्फ गप्पू सिंगार, रेदु उर्फ दुवाल, मलसिंह उर्फ मालू, और बंदूक बनाने वाले धर्मेंद्र और कुलदीप को पकड़ा है। वहीं रामनिवास और मुर्तजा अभी फरार है।
सतवास के जंगलों में जानवरों के शिकार को लेकर लगातार पुलिस को सूचना मिल रही थी, जब पुलिस ने क्षेत्र में जाकर दबिश दी तो यहां से तेंदुए की खाल और बंदूकें के भी बरामद की।
वहीं पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि जब आरोपी से पूछताछ की गई तो उन्होंने जंगलों में वन्य प्राणियों का शिकार करने की बात कही है।
एडिशनल एसपी जयवीर सिंह भदोरिया ने बताया कि जंगलों में वन्य प्राणियों के शिकार की सूचना मिलने पर पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर टीम बनाई गई और टीम ने जंगलों में जाकर दबिश के दौरान कुछ आरोपियों को
साभार अमर उजाला