इंदौर के 'कला एवं शिल्प उत्सव' में 1 घंटे में तैयार हुई फैब्रिक पेंटिंग
अनंत जीवन सेवा एवं शोध समिति का आयोजन
ब्यूरो चीफ अनिल चौधरी
इंदौर। आपका हुनर ही आपकी पहचान है। देश, प्रदेश में कई ऐसे हुनरमंद मौजूद है, जिन्होंने अपनी पहचान अपनी कुछ अनूठी कला के जरिए बनाई। इंदौर के ढक्कन वाला कुआं के ग्रामीण हाट बाजार में चल रहे 'कला एवं शिल्प उत्सव' में ऐसे ही कई हुनरमंद मौजूद है, जो कला को देशभर में पहुंचा चुके है।
अनंत जीवन सेवा एवं शोध समिति के 'कला एवं शिल्प उत्सव' में इंदौर की रितिका जैन ने कपड़े पर चित्रकारी (फैब्रिक पेंटिंग) की। वे फैब्रिक के साथ ही फ्लोरल, मिथिला, जैन, थांका आर्ट करती है। लाइव डेमो में रितिका ने 1 घंटे में फैब्रिक पेंटिंग कर नेचर को कपड़े पर उतारा। इससे पहले उन्होंने कपड़े पर पेंसिल से पेंटिंग बनाई। रंगों से कलाकारी कर लव बर्ड के आसपास खूबसूरत गुलाबों को बनाकर बताया कि फैब्रिक पेंटिंग पर रंगों के इस्तेमाल के दौरान ध्यान रखना है कि रंग और पानी का अनुपात (तालमेल) सही हो। वरना फैब्रिक पेंटिंग खराब हो सकती है। ज्यादा पानी कपड़े पर फैलकर पेंटिंग के आकार को बिगाड़ सकता है।
राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त इंदौर के मोहम्मद नासिर छिपा की बटिक प्रिंट कला का भी लाइव डेमो हुआ। मोम से बनने वाली यह पारंपरिक कला पीढ़ियों से मेहनत और कौशल का प्रतीक रही है। छिपा ने बताया कि ब्लॉक और ब्रश से बनने वाली ये कला मेहनत की है, इसलिए इसे करने वाले कम है। आज इस कला का लाइव डेमो देते हुए बात कर इसे सीखने के लिए प्रेरित भी किया।
'अनंत जीवन सेवा एवं शोध समिति' की अध्यक्ष ज्योति कुमरावत ने बताया कि 'गांधी शिल्प बाज़ार' का आयोजन 2 जून तक किया जा रहा है। संस्था प्रदेशभर में इस तरह के आयोजन करती रही है। शिल्प बाज़ार में इस बार मुरादाबाद का पीतल का काम, मेटल से बने सजावटी सामान को लेकर आए है। इसके अलावा यहां मार्बल की सजावटी वस्तुएं, साड़ी, जैकेट, सूखे मेवे, सारंगपुर का फर्नीचर, भदोई का कारपेट, आयुर्वेदिक सामान, लेदर वर्क, भागलपुर की साड़ी और सूट, ब्लॉक प्रिंट, महेश्वरी, चंदेरी, बाग और बनारसी साड़ियां, लखनऊ का चिकन वर्क, खादी के कुर्ते एवं शर्ट, दिल्ली की जूलरी, बुटिक प्रिंट, खुर्जा के चीनी मिट्टी के बर्तन एवं आकर्षक गमले, हैदराबादी पर्ल जूलरी, खादी के हर्बल प्रोडक्ट लेकर शिल्पकार और हस्तशिल्पी आए हैं। शिल्प बाज़ार में 75 से ज्यादा स्टॉल पर देशभर और प्रदेश का शिल्प मौजूद है।

