पिता को भ्रष्टाचार से रोका नहीं, बेटे और बेटी ने भी काली कमाई से खड़ा किया साम्राज्य
इंदौर। निलंबन के बाद सेवानिवृत्त हुए आबकारी अधिकारी धर्मेंद्र भदौरिया के यहां लोकायुक्त की छापेमारी की जांच दूसरे दिन भी जारी रही। अफसरों ने छापे में मिले दस्तावेजों से अवैध कमाई में साथ देने वालों के लिंक तलाशे। अपने पिता को भ्रष्टाचार से रोकने के बजाए बेटे और बेटी ने भी काली कमाई से अपना साम्राज्य खड़ा किया। बेटी एक कंपनी में साझेदार थी और करोड़ों रुपये की काली कमाई उसमें निवेश की। एक टाउनशिप में बन रहे बंगले का काम बेटी की कंपनी ही देख रही है।
इसके अलावा बेटा सूर्यांश भी काली कमाई फिल्म निर्माण और अपने कारोबार को फैलाने में लगाता था। बेटे ने एक साझेदार के साथ इंदौर में करोड़ों रुपये निवेश कर एक जिम भी खोला था।लोकायुक्त पुलिस ने भदौरिया और उसके परिवार के बैंक खातों की जानकारी जुटाई। उनके और परिवार के खातों में कुल एक करोड़ 26 लाख रुपये जमा हैं। 20 से ज्यादा बीमा और अन्य पॉलिसियां भी जांच में मिलीं।
पत्नी के नाम बैंक ऑफ बड़ौदा में एक लॉकर पाया गया है। कुल चार लॉकर विभिन्न बैंकों में भदौरिया और उसके परिवार के नाम पर हैं। अफसरों ने उन लॉकरों को फ्रीज कराया है और उन्हें भदौरिया तथा उसके परिवार की मौजूदगी में खोला जाएगा। पुत्र सूर्यांश भदौरिया की एक रेस्टोरेंट में भी साझेदारी मिली है, जिसमें सूर्यांश ने निवेश किया है।अब तक भदौरिया के पास कुल 20 करोड़ रुपये की संपत्ति मिली है, जबकि उसके सेवाकाल में उसकी कुल तनख्वाह लगभग दो करोड़ रुपये थी। इतनी काली कमाई सामने आने के बाद ईडी भी अपनी जांच शुरू कर सकता है।
साभार अमर उजाला

