इंदौर में गेर में पहली बार हुई मौत, महिलाओं को बनाया गया निशाना, मुख्यमंत्री नहीं हुए शामिल
इंदौर। बुधवार को निकली रंगपंचमी की गेर में दर्दनाक घटना से रंग में भंग घुल गई। राजवाड़ा क्षेत्र में एक युवक को गेर शामिल ट्रैक्टर ने रौंद दिया। गंभीर हालत में उसे एमवाय अस्पताल ले जाया गया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। इंदौर के गेर के इतिहास में इस तरह का यह पहला हादसा है। मृतक एरोड्रम क्षेत्र के रुक्मिणी नगर का रहने वाला था। उसकी पहचान घंटों बाद उसके दोस्त ने सोशल मीडिया में वायरल फोटो से की। बेटे की मौत की खबर सुन दिव्यांग मां फूट फूट कर रोने लगी। एमजी रोड पुलिस ने टैंकर के ड्राइवर को हिरासत में ले लिया है। अमर उजाला की टीम ने गेर में अलग अलग जगह से इन तस्वीरों को लिया है। सीएम डॉ. मोहन यादव रंगपंचमी गेर में शामिल होने इंदौर आ गए थे लेकिन युवक की मृत्यु की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने अपना कार्यक्रम निरस्त कर दिया।
मृतक की पहचान सनी मौर्य उम्र 24 वर्ष के रूप में हुई। उसके दोस्त राहुल सेन ने सोशल मीडिया में उसकी वायरल तस्वीर के आधार पर पहचान की। सनी के जेब से पहचान का कोई दस्तावेज या मोबाइल नहीं मिला था, इसलिए पुलिस ने सोशल मीडिया में फोटो वायरल कर जनसहयोग मांगा था। जैसे ही बेटे सनी की मौत की खबर उसकी मां मीरा तक पहुंची वह तत्काल परिजनों के साथ एमवाय अस्पताल के पोस्टमॉर्टम रूम पहुंची। राहुल के अनुसार सन्नी के दो और भाई हैं। वे अलग रहते हैं। मां मीरा दिव्यांग है। सन्नी सीतला माता बाजार में काम करता था। वह तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। पिता धर्मेंद्र मौर्य का 2013 में निधन हो गया था। सीएम ने मृतक के परिवार को चार लाख रुपए देने की घोषणा की है। इधर, फाग यात्रा में अचानक एक शख्स की तबीयत बिगड़ गई और उसे तुरंत एम्बुलेंस में बैठाया गया। हजारों लोगों की भीड़ ने रास्ता देकर कुछ ही मिनट में एंबुलेंस को बाहर निकाला।
लोग उठाकर एंबुलेंस तक ले गए
घटना एमजी रोड थाना क्षेत्र में राजवाड़ा के समीप पुलिस चौकी के पास की बताई गई है। हादसे के बाद सनी मौर्य बेसुध हो गया था। मौके पर मौजूद लोग उसे उठाकर पास में खड़ी एंबुलेंस से एमवाय अस्पताल ले गए थे। मौके पर स्ट्रेचर नहीं होने से गंभीर हालत में सनी को हाथ पैरों से उठाकर ले जाया गया। दूसरी ओर पुलिस गेर संचालक का पता लगाकर उस पर भी कार्रवाई करने की तैयारी में है।
आधा दर्जन लोग घायल या बीमार हुए
बताया जा रहा है कि धक्का-मुक्की और घबराहट के कारण इस बार की गेर में करीब आधा दर्जन लोग घायल या बीमार हुए। इनमें से एक प्रवीण जोशी, निवासी मूसाखेड़ी को एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया। जबकि पांच अन्य को एंबुलेंस में ही प्राथमिक उपचार दिया गया। सभी घायलों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।
गेर में महिलाओं को बनाया निशाना, हुड़दंगियों ने उत्पात भी किया
रंगपंचमी की गेर में पहली बार इतने अधिक हादसे हुए। इंदौर की गेर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचानी जाती है, लेकिन इस बार घटी कई घटनाओं ने इसकी छवि को धूमिल कर दिया है। गेर शुरू होते ही हुड़दंगियों ने जगह जगह उत्पात मचाना शुरू कर दिया। कई चौंकाने वाली तस्वीरें सामने आई हैं जिनमें दिख रहा है कि महिलाएं, बच्चियां रो रही हैं और हुड़दंगी उन्हें परेशान कर रहे हैं। अमर उजाला की टीम ने गेर में अलग अलग जगह से इन तस्वीरों को लिया है।
आंख में लगी पिचकारी की धार
महापौर की पत्नी जूही भार्गव गेर में काफिले के साथ ही चल रही थीं, जिसके चलते वे अपनी गाड़ी में थीं और गेर का लुत्फ उठा रही थीं। लेकिन जिस गाड़ी में वे थीं, उसमें लगी पिचकारी अचानक चालू हो गई, जिसके चलते पिचकारी की धार सीधे उनकी आंख में लगी और उन्हें तुरंत अस्पताल ले जाया गया। जूही भार्गव इंदौर के जूपिटर अस्पताल में भर्ती थीं। बाद में उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया।
कई जगह हादसे हुए
गेर में अलग अलग जगह तीन लोग घबराहट से बेहोश हो गए, उन्हें भी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। गेर मार्ग पर और आसपास के क्षेत्रों में हुड़दंगियों ने खूब उत्पात किया। महिलाओं, युवतियों और यहां तक की बच्चों तक को नहीं छोड़ा गया। कई जगह वाहन चालक गिरने की वजह से घायल हुए। चौकस पुलिस व्यवस्था के बावजूद इस बार गेर में कई जगह हादसे हुए।
आंखों में लगी चोट
गेर में हुड़दंगियों ने बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं को लगातार निशाना बनाया। तेज गति से फेंके जाने वाले गुब्बारे और गुलाल के पैकेट की वजह से कई लोगों को आंखों में चोट लगी। कई जगह अकेले आए दंपती, किशोरी बालिकाएं और महिलाएं परेशान होते देखे गए।
शहर की उम्मीदों पर पानी फेर रहे हुड़दंगी
सरकार और प्रशासन लगातार प्रयास कर रहे हैं कि गेर को अंतरराष्ट्रीय धरोहर बनाया जाए और इसे यूनेस्को की सूची में शामिल करवाया जाए। विदेशी नागरिकों, एनआरआई और अन्य वर्गों को गेर में आमंत्रित किया जा रहा है। इन सब प्रयासों के बीच कुछ हुड़दंगियों की वजह से पूरे शहर की मेहनत पर पानी फिर रहा है।
हर जगह के फुटेज हैं : कलेक्टर
कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि सभी जगह एंबुलेंस, फायर फाइटर्स, सीसीटीवी और पुलिस की तैनाती की गई थी। कंट्रोल रूम के माध्यम से हर जगह नजर रखी गई है। गेर के हर जगह के फुटेज रिकार्ड में हैं।
साभार अमर उजाला