गोटेगांव-जमुनिया मार्ग बदहाल, नहीं हो रहा निर्माण
वाहन चालक और राहगीर आवागमन में हो रहे परेशान
गोटेगांव। प्रधानमंत्री सड़क विभाग के माध्यम से गोटेगांव जमुनिया गांव सड़क का निर्माण कार्य किया गया। वर्तमान में यह सड़क की हालत बहुत ही बदहाल हो चुकी है। जगह-जगह पर भारी भरकम गड्ढे हो चुके हैं। डामरीकरण का हिस्सा पूरी तरह से खत्म हो गया है। इस सड़क मार्ग पर बारिश के मौसम में डबरों की जगह भारी पानी भर जाता है। उस समय राहगीरों को सड़क पर मौजूद गड्ढ़ों की गहराई नजर नहीं आती है और वह गड्ढ़ों के कारण दुर्घटना का शिकार हो जाते हैं। यह मार्ग की हालत को खराब हुए चार पाच साल व्यतीत हो गए हैं बावजूद इसके उक्त सड़क को नए सिरे से निर्मित करने की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। इस सड़क के किनारे के गांव के रहवासियों का कहना है कि उनको सड़क सुविधा का लाभ नहीं मिल रहा है और यहां से चलने वाले वाहनों के कारण अल्प समय में ही सड़क पूरी तरह से खराब हो जाती है।
आपको बता दें नर्मदा नदी मुंआरघाट का तट गोटेगांव से सिर्फ 7 किलोमीटर की दूरी रहने के कारण यहां पर स्नान करने वाले भक्तों की संख्या अधिक रहती है। मगर सड़क मार्ग अस्त व्यस्त होने के कारण नजदीक होने के बाद भी भक्तों पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। इस मार्ग को नए सिरे से कब निर्मित किया जाएगा। इसका कोई भरोसा नजर नहीं आ रहा है इसके कारण मां नर्मदा में स्नान करने वाले भक्त अन्य तटों पर दूर होने के बाद भी पहुंच रहे है। मुंआरघाट पर प्रति सोमवार को महाआरती का आयोजन भी होता है। सड़क मार्ग खराब होने के कारण गोटेगांव से महाआरती में बहुत कम भक्त गण सम्मिलित हो पा रहे हैं।
मुंआर घाट रोड भी खराब
जमुनिया से मुंआरघाट तक प्रधानमंत्री सड़क के माध्यम से डामरीकरण सड़क का निर्माण किया गया था। इस सड़क पर किसी प्रकार के भारी वाहन की आवाजाही नहीं होती है। इसके बाद भी उक्त सड़क मार्ग भी पूरी तरह से खराब हो चुका है। यह सड़क मार्ग एक बार ही निर्मित हुआ है। इसके बाद इस पर किसी प्रकार का कोई कार्य नहीं किया गया, जिसके कारण उक्त मार्ग की हालत भी खराब हो चुकी है।