जिले में अवैध रेंत माफियाओ का बैखोफ कारोबार पनडुब्बी से सिंध नदी का सीना छन्नी
-अवैध रेंत माफियाओ पर लगाम लगाने में नाकाम प्रशासन, सैकडो टैक्टर ट्रॉलियो से रातदिन उत्खनन
-कोलारस, करैरा, दिनारा, खनियाधाना, के कई घाटो से खुलेआम बैखौफ रातदिन हो रहा अवैध उत्खनन
- मामला प्रशासन के संज्ञान में लाने के बाद भी नहीं हुई कोई कार्यवाही, प्रशासन की मिली भगत जारी
ब्यूरो रिपोर्ट ऋषि गोस्वामी शिवपुरी
शिवपुरी। जिले में पिछले लम्बे समय से अवैध रेत का कारोबार जिला प्रशासन की आंखो के आगे दिन प्रतिदिन लगातार बढता जा रहा है जिले भर में रेत माफिया अवैध कारोबार से ना केवल पावर फुल बन रहे है बल्कि वह अपने अवैध कारोबार को और अधिक बडा कर बैखोफ कारोबार कर रहे है। वह दिन दूर नही जब शिवपुरी में भी रेंत माफिया भिन्ड,मरैना जैसे हालात पैदा करेंगे। चम्बंल संभाग के रेंत माफियाओ ने प्रशासन के अधिकारियो को बंधक बनाकर उनके साथ मारपीट तक की घटनाएं की है। जिले भर में जिस तरह से खुलेआम अवैध रेत कारोबारी जिला प्रशासन की आखो के सामने अपना अवैध कारोबार कर रहे है इसे देखकर तो यही कहा जा सकता है कि आने वाले समय में जिला प्रशासन के अधिकारियो को कही ऐ अवैध कारोबारी उल्टे ना पड जाए और बात मारपीट और बंधक बनाने तक ना पहुंच जाए। जिले भर में हो रहे अवैध रेत के कारोबार को जिला प्रशासन के अधिकारी प्रमोद शर्मा, व निरीक्षक सोनू श्रीवास के संज्ञान में लाने के बाद भी अगर प्रशासन इन पर कार्यवाही नही करता है बल्कि उसे ढकने का काम करे तो निश्चित ही प्रशासन पर सवालिया निशान खडे होते है।
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निरीक्षक को कराया अवगत नहीं की कार्यवाही
रेंत माफिया केवल अवैध रेंत का उत्खनन ही नही कर रहे है बल्कि वह अवैध फड़ संचालित कर हजारो रुपयो की रिश्वत देकर अपना फड़ भी चला रहे है खास बात तो यह है कि शहर के चारो तरफ सडक़ो के किनारे रेत के फड संचालित हो रहे है इन फडो पर भी जिला प्रशासन कार्यवाही नही करता है क्योंकि रिश्वत खोरी अधिकारी सोनू श्रीवास के हाथ रिश्वत से बंधे हुए है। जिला प्रशासन के अधिकारियो को वीडियो और खबरो के माध्यम से जिले भर में हो रहे अवैध रेंत के करोबार से कई बार और समय समय पर अवगत कराया गया है लेकिन अधिकारियो के द्धारा रेंत माफियाओ पर कोई बडी कार्यवाही नही की जाती है जिसे देखकर ऐसा प्रतीत होता है जैसे विभाग के अधिकारी भी रेंत माफियाओ से मिलकर अवैध कारोबार करा रहे है और अपना कमीशन पिक्स कर रखा हो।
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सैकडो टैक्टर ट्रॉलियों से रातदिन अवैध उत्खनन
कोलारस अनुविभाग के अंतर्गत आने वाली सिंध नदी के पचावली डागौर घाट जैसे कई घाटो से पिछले कई दिनो से खुलेआम दिन दहाडे बैखौफ बुलंद हौसले के साथ रेंत माफिया रेंत का अवैध कारोकार कर रहे है यहां 10 बीस नहीं बल्कि लगभग 50 से 100 टैक्टर ट्रौली व जेसीबी की मदद से दिनरात सिंध नदी का सीना छीरकर कारोबार किया जा रहा है मामला स्थानिय प्रशासन से लेकर जिला प्रशासन तक के संज्ञान में लाया गया। बावजूद इसके निरीक्षक सोनू श्रीवास ने कोई कार्यवाही नहीं की। बल्कि वह रेंत माफियाओ के हिदायती बनते नजर आए खनिज आधिकारी प्रमोद शर्मा ने कहा की अनैको जो घाट है उसमें साधारण सी मिट्टी है स्थानिय ग्रमीणो द्धारा उसे स्वंय के उपयोग के लिए ले जाते रहे है। लेकिन सवाल यह है कि क्या ग्रामीण साधारण सी मिट्टी को रातदिन सैकडो टैक्टर ट्रॉली से ले जाते रहे है। अधिकारियो के ऐसे व्यान से साफ नजर आता है कि प्रशासनिक आधिकारियो की रेंत माफियाओ से सांठ गांठ बनी हुई है।
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बंदूको के साए में होता है उत्खनन
बताना होगा कि करैरा-भितरवार रोड़ पर पडऩे वाले सीहोर थाने के अंतर्गत आने वाले बिजोर गांव के पास से निकलने वाली सिंध नदी से रात्री 12 बजे से सुबह 5 बजे तक गुंडे बंदूकों से लैस होकर एलएनटी और चार पहिया वाहनों से लाखों रुपए की रेत का उत्खनन प्रतिदिन कर वन पर्यावरण को भारी नुकसान पहुंचाने में लगे है। प्रमुख रास्ते पर लगे रहते हैं मुखबिर, रेत माफियाओं द्वारा सिंध नदी की ओर जानेवाले प्रमुख रास्तों पर मुखबिर लगाये रहते हैं। जैसे ही कोई प्रशासन का व्यक्ति दिखाई देता है वैसे ही सूचना आगे दे दी जाती है।
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सीहोर,चिताहरी,बीजोर,नैकोरा,सिलरा,मछावली,बघेधरी आदि स्थानों से अवैध खनन
करैरा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाली सिंघ नदी और महुअर नदी का सीना छलनी कर एलएनटी एवं पनडुब्बी से रातदिन बैखोफ बुलंद हौसलो के साथ अवैध रेंत का कारोबार किया जा रहा है यहां ऐसा नहीं है कि प्रशासन को मालूम नही है यहां जिला प्रशासन सहित स्थानीय प्रशासन की अनदेखी के चलते कारोबार किया जा रहा है वही राजस्व विभाग को लाखो रुपये की क्षति पहुंचाई जा रही है सायलेंट सिस्सम की बजह से बिना रायल्टी के टॉकन दिया जा रहा है और टॉकान के माध्यम से ही बहानो की आवाजाही की जा रही है। काले धंधे में स्थानीय प्रशासन हो या फिर पुलिस प्रशासन सबके संलिप्त होने का कारण है। अवैध रेत से भरे वाहनों को निकलने का सिर्फ एक ही मार्ग है और वह है, सीहोर थाने के सामने से भितरवार, डबरा, ग्वालियर, शिवपुरी की ओर जाने वाला मार्ग इसी मार्ग से होकर रेत से भरे डम्फर थाने के सामने से होकर गुजरते हैं। लेकिन आश्चर्य की बात है कि यह रेत का अवैध परिवहन पुलिस को दिखाई नहीं देता। बिना हैलमेट और मोटरसाइकिज सवार तीन लोगो का चालान करने वाली पुलिस की यहां संलिप्ता दर्शाती है।
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इन घाटो पर भी हो रहा उत्खनन
करेंरा के दिनारा स्थित छितीपुर, किर्रोल, बम्हारी के अलावा मछावली, समोहा, सह भासड़ा, लमकना, बघेदरी आदि स्थानों से रात से लेकर दिनदहाड़े रेत का अवैध उत्खनन हो रहा है। सिंध नदी के अंदर पनडुब्बी डालकर रेत का अवैध कारोबार माफियाओं द्वारा किया जा रहा है। चूंकि यह माफिया या तो नेतागिरी से संबंध रखते हैं नहीं तो अपनी काली कमाई का कुछ हिस्सा जिम्मेदारों को देकर खुलेआम काला कारोबार कर रहे हैं। बताया जा रहा है जिस कंपनी ने जिले में रेत की खदानों का ठेका लिया है, वह खुद ही यह काम टोकन सिस्टम पर चलवा रही है।
आपने कहा
कोलारस में अनैको जो घाट है उसमें साधारण सी मिट्टी है स्थानिय ग्रमीणो द्धारा उसे स्वंय के उपयोग के लिए ले जाते रहे है ।
प्रमोद शर्मा खनिज अधिकारी
ब्यूरो रिपोर्ट ऋषि गोस्वामी