इंदौर बना देश का सबसे स्मार्ट शहर, राष्ट्रपति ने दी बधाई
इंदौर/जबलपुर। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज इंदौर में होने वाली स्मार्ट सिटी की नेशनल काॅफ्रेंस में शामिल होने पहुंची हैं। उन्होंने इंदौर सहित 15 से ज्यादा शहरों को स्मार्ट सिटी के पुरस्कार वितरित किए।
सभी पुरस्कार विजेताओं को बहुत-बहुत बधाई। इंदौर ने भारत के सबसे स्वच्छ शहर के रूप में अपना स्थान बनाए रखा है। स्मार्ट सिटी में भी इंदौर सबसे आगे है। भारत के शहर देश की जीडीपी में दो तिहाई योगदान करते हैं। 2040 तक योगदान 40 फीसदी हो जाएगा। शहरों में जलवायु परिवर्तन पर राष्ट्रीय स्तर पर कैसे काम किया जा सकता है। इन क्षेत्रों पर व्यापक काम करने की आवश्यकता है। शहरी विकास में हमारे देश का समग्र निवेश पहले की तुलना में अधिक हो गया है। भारत ने जी 20 शिखर सम्मेलन सफलता पूर्वक आयोजित किए। सतत विकास को बढ़ाने में स्मार्ट शहरों की महत्वपूर्ण भूमिका है। सभी 100 स्मार्ट शहरों में इन्टीग्रेटेड कमांड सेंटर स्थापित हैं। सीसीटीवी सर्विलांस सुरक्षा को सुदृढ़ बनाने में काम कर रहे हैं। महिलाओं की सुरक्षा और बढ़ाने की जरूरत है। इंदौर, सूरत, कोहिमा और कई शहरों ने जनभागीदारी द्वारा अच्छे उदाहरण प्रस्तुत किए हैं।
ग्रामीण क्षेत्रों में भी शहरों की तरह बुनियादी सुविधाएं प्रदान करनी चाहिए। इससे शहरों में दवाब कम होगा और ग्रामीणों को भी बेहतर सुविधाएं मिलेंगी। हमारा देश अमृतकाल से गुजर रहा है। इस महत्वपूर्ण कालखंड में हमें आगे बढ़ना है। आपके प्रयासों तथा उपलब्धियों के लिए मैं आप सभी को शुभकामनाएं देती हूं।
स्मार्ट सिटी मिशन के तहत कॉन्टेस्ट 2023 में नौ में प्रदेश के पांच शहरों को 10 अवॉर्ड मिलना गर्व की बात है। स्मार्ट शहरों के कर्मचारी, नागरिक, अधिकारी सभी बधाई के पात्र हैं। एमपी आज विकास के नए आयाम तय कर रहा है। सामाजिक तथा आर्थिक विकास के लिए नया मॉडल तैयार किया है। राज्य में स्मार्ट सिटी मिशन सपनों को हकीकत में बदलने का सफल उदाहरण है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि इंदौर हर दौर में आगे रहने का आदि हो चुका है। इंदौर मालवा का चंदन है। इंदौर सबको दिल से अपनाते हैं। जो आता है, वो यहीं का होकर रह जाता है। सफाई में अनमोल प्रयास इंदौर ने किए। पूरे देश में मिसाल बन चुका है। स्वच्छता का भाव इंदौर के हर आदमी में है। इंदौर में स्वच्छता जन आंदोलन का रूप ले चुकी है।
हमारे राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने कहा था हर आदमी को अपना सफाई कर्मी होना चाहिए। पीएम मोदी ने इसे अपने आचरण में अपनाया। उन्होंने स्वच्छता को मिशन बनाया। अपने हाथों में झाड़ू उठाई। इंदौर इसका आदर्श उदाहरण है। जब स्वच्छता की भावना गहरे तक पैठ बना लेती है तब कोई शहर इंदौर बनत है।
मध्यप्रदेश ने अगर ये लक्ष्य प्राप्त किए हैं तो जनता के सहयोग से किए है। 1 अक्टूबर को पीएम मोदी ने फिर आह्वान किया है। तो एक घंटा स्वच्छता के लिए जरूर निकालें। आप सभी स्वच्छता के अभियान में भाग लें ताकि हमारा देश स्वच्छता में सिरमौर बने। एमपी वालों से कहना चाहता हूं कि पहले नंबर पर आ गए तो फूलें नहीं मुकाबला बहुत तगड़ा है।
साभार अमर उजाला